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यमुना पट्टी को विकसित करे सरकार: स्वामी परमानंद

फतेहपुर। मवई धाम अमौली फतेहपुर में चल रहे पंचकुंडीय श्री विष्णु महायज्ञ एवं श्रीमद भागवत महापुराण एवं प्रवचन समारोह कार्यक्रम के पांचवे दिन उपस्थित अपार जनसमुदाय को संबोधित करते हुए युगपुरुष स्वामी परमानन्द महाराज ने अपने प्रवचन में यह घोषणा की है कि हमने अपनी संपत्ति एवं गद्दी का उत्तराधिकारी महामंडलेश्वर स्वामी ज्योतिर्मयानंद को घोषित कर दिया है।
उन्होंने कहा की इस क्षेत्र में वर्षा के समय कालिंदी के तट कट जाते हैं। वर्षा का जल तेज बहाव से निकल जाता है जिससे फसलो को लाभ नहीं होता, लागत के अनुपात में उपज नहीं होती है। बिजली संकट भी बना रहता है।
किसान बिजली एवं पानी के अभाव में जूझ रहा है। इस क्षेत्र की जीवन रेखा कही जाने वाली नोन नदी भी सूख गई है। इस पर किसी का कोई ध्यान नहीं जा रहा है। मैं इस मंच के माध्यम से सरकार से अपील करता हूँ कि ये नदियों का किनारा अविकसित एवं सुविधाओं से महरूम है तो इस क्षेत्र को भी बुंदेलखंड की तरह से विकसित किया जाये। उन्होंने कहा की कई लोग कहते हैं कि लड़कियों के आधुनिक वेश के कारण उनके साथ अत्याचार हो रहे हैं, पर ये चार या पांच वर्ष की बेटियों ने कौन सा फैशन किया है जो उन्हें भी आए दिन यत्र-तत्र शिकार होना पड़ता है। ये तो सिर्फ मानसिक विकार ग्रस्त मनुष्य के काम का वेग है। मनुष्य होने के लिए हमें अपने काम के वेग को नियंत्रित करना आवश्यक है जिससे मानवता एवं नारी के प्रति लोगों में सम्मान बढ़ सके।
इससे पूर्व श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिन कथा व्यास संत सुभाष शास्त्री ने राम और कृष्ण जन्म की कथा का अत्यंत भावपूर्ण वर्णन किया।
उन्होंने बताया की २३ तारीख को होने वाले विवाह समारोह की भव्य तैयारियां प्रारंभ हो गयी हैं। इस कार्यक्रम में आये क्षेत्रीय लोगों ने अपनी क्षमतानुसार धन्य और परिश्रम के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। दूर दूर से आये भक्त विशेष रूप से निर्मित भव्य यज्ञशाला की परिक्रमा कर और अटूट भंडारे में प्रसाद प्राप्त कर जीवन धन्य कर रहे हैं।
इस कार्यक्रम में विदेशी लोगों की उपस्थिति कार्यक्रम को भव्यता बढ़ाने के साथ स्थानीय जनता की उत्सुकता को चरम पर पहुंचा कर इस धार्मिक वातावरण को अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप प्रदान कर रही है।

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