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सीएम योगी के राज में किसान बदहाली के कगार पर : Dr. Masood

लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के शासनकाल में किसानों की बदहाली का सबसे बड़ा प्रमाण छुटटा जानवरों द्वारा किसानों की फसल को चर जाना है। रबी की फसल तैयार है और योगी की दादागिरी में छूटटा जानवरों पर कोई भी नियंत्रण नहीं है। किसानों की खून पसीने से सीची गयी फसलें तबाह और बर्बाद हो रही हैं। गांव के किसान झुण्ड बनाकर कपकपाती ठण्ड में सारी रात अपनी फसल जानवरों से बचाते हैं। इसके बावजूद छुटटा और आवारा जानवरों के झुण्ड मौका पाते ही पूरा खेत चर जाते हैं।

प्रधानमंत्री आय दुगुनी करने की बात करते

डाॅ0 अहमद ने कहा कि ऐसा लगता है कि प्रदेश के किसानों को बर्बाद करने के लिए ही मुख्यमंत्री ने इस प्रकार के भाषण दिये हैं कि किसानों को जानवरों से डरना पड़ रहा है। शायद भारतीय जनता पार्टी ने किसानों की बर्बादी के लिए ही योगी का महिमा मण्डन किया है। देखने की बात यह है कि देश का प्रधानमंत्री किसानों की आय दुगुनी करने की बात करते हैं और प्रदेश का मुख्यमंत्री किसानों की फसल जानवरों से चरवाते हैं।

किसानों को बर्बाद करके सभी के हाथों में माला

ऐसा विरोधाभास प्रदेश सरकार के इतिहास में कभी नहीं दिखाई पड़ा। क्या योगी आदित्यनाथ सभी को अपने मठ में बुलाकर दुआ ताबीज के माध्यम से आमदनी बढ़ाना चाहते हैं। अथवा किसानों को बर्बाद करके सभी के हाथों में माला देना चाहते हैं।

देश की खुशहाली का रास्ता खेत और खलिहान

रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है और किसान मसीहा चौ0 चरण सिंह ने कहा था कि देश की खुशहाली का रास्ता खेत और खलिहान से होकर गुजरता है। परन्तु योगी जी ने प्रदेश और किसान की बर्बादी का रास्ता खेत के द्वारा दिखाया है जो कि सर्वथा चौ0 चरण सिंह की आत्मा को कष्ट पहुंचाने वाला है।

लखनऊ से गोरखपुर तक मुख्यमंत्री का घेराव

प्रदेश के किसानों की अवहेलना करके कोई भी सरकार चैन की बंशी नहीं बजा सकती है। नये वर्ष के प्रारम्भ में मुख्यमंत्री योगी जी को सदबुद्वि मिलना चाहिए कि वे किसानों के प्रति दादागिरी का रवैया अपनाना बंद कर दें।अन्यथा प्रदेश के किसान लखनऊ से गोरखपुर तक उनका घेराव करके रास्ता रोकने में पीछे नहीं हटेंगे।

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