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तीसरे मोर्चे की कवायद आगे बढ़ायेंगे चंद्रशेखर राव

नई दिल्ली। लोकसभा 2019 की आहट के साथ ही विपक्षी दलों ने तैयारियां शुरु कर दी है। एक तरफ जहां कांग्रेस कुछ दलों के साथ महागठबंधन बनाने का प्रयास कर रही है, तो वही कुछ विपक्षी दल इससे अलग राय रखते हुए कांग्रेस और बीजेपी से अलग क्षेत्रीय पार्टियों को एकत्रित करने में लगे हैं। इन सबके बीच बीजेपी और कांग्रेस की गैरमौजूदगी वाले क्षेत्रीय दलों का तीसरा मोर्चा बनाने की मंशा के तेहत तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव दिल्ली पहुंच गए हैं।

तीसरे मोर्चे के गठन के लिए ममता बनर्जी और नवीन पटनायक से मुलाकात

ममता बनर्जी और नवीन पटनायक से कर चुके हैं मुलाकात
इस दौरान उनकी एसपी, बीएसपी सहित समान विचारधारा वाले अन्य दलों के नेताओं से मिलने की योजना है. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तीसरे मोर्चे के गठन को लेकर राव ने सोमवार को कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा रविवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री एवं बीजू जनता दल (बीजेडी) के अध्यक्ष नवीन पटनायक से मुलाकात की थी।

पीएम मोदी से शिष्टाचार भेंट

टीआरएस के सूत्रों ने सोमवार रात दिल्ली पहुंचे राव के तीन दिन के दिल्ली प्रवास के दौरान एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बीएसपी प्रमुख मायावती के साथ मुलाकात की संभावना से इंकार नहीं किया। हालांकि, मंगलवार को उनकी अखिलेश और मायावती से मुलाकात की अटकलों के बीच एसपी और बीएसपी की ओर से फिलहाल राव द्वारा मुलाकात के लिए समय नहीं मांगे जाने की जानकारी दी गई। पीएम मोदी से शिष्टाचार भेंट के कार्यक्रम में होंगे शामिल। बीएसपी के एक नेता ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष मायावती दिल्ली में ही हैं, लेकिन राव के साथ उनकी मुलाकात का समय अभी तय नहीं है। वहीं एसपी के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि अखिलेश लखनऊ में हैं और उनके दिल्ली जाने का फिलहाल कोई कार्यक्रम तय नहीं हुआ है।

गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेस गठबंधन

तेलंगाना में विधानसभा चुनाव में टीआरएस की शानदार जीत के बलबूते दोबारा मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार दिल्ली आए राव का बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट करने का कार्यक्रम है। राव ने बनर्जी से मुलाकात के बाद कहा था कि वह गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेस गठबंधन के लिए विभिन्न दलों के साथ बातचीत का सिलसिला जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए वे बहुत जल्द ही एक ठोस योजना के साथ आएंगे।

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