Breaking News

विश्व आर्थिक मंच दावोस से पीएम मोदी देंगे विकास का ‘नमो मंत्र’

नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी विश्व आर्थिक मंच दावोस से विश्व को नमो ​मंत्र देंगे। इसके लिए उन्होंने सुबह दावोस (स्विट्जरलैंड) के लिए उड़ान भरी।

  • पीएम मोदी दावोस में विश्व आर्थिक मंच के कार्यक्रम में शामिल होंगे और उद्घाटन भाषण देंगे।
  • मोदी दुनिया के सामने भारतीय अर्थव्यवस्था, निवेश और अपनी नीतियों के बारे में बताएंगे।

दो दशक बाद किसी भारतीय पीएम ने लिया हिस्सा

विश्व आर्थिक मंच पर लगभग दो दशक बाद यह ऐसा मौका है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में हिस्सा ले रहा है। कार्यक्रम का समापन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भाषण के साथ होने की उम्मीद है।

  • पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि ‘वह दावोस में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ भविष्य संबंधों पर अपना नजरिया रखेंगे।
  • उन्होंने कहा कि उन्हें वहां स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बेरसेट ।
  • तथा स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन के साथ द्विपक्षीय बैठक का इंतजार है।
  • मोदी ने कहा, ‘मुझे यकीन है कि द्विपक्षीय मुलाकातें फलदायी होंगी।
  • और इन देशों के साथ हमारे संबंध तथा आर्थिक सहयोग मजबूत होगा।’
  • प्रधानमंत्री ने कहा, ‘समकालीन अंतरराष्ट्रीय प्रणाली और वैश्विक सरकारी ढांचे के समक्ष मौजूदा।
  • तथा उभर रही चुनौतियों पर नेताओं, नीति निर्माताओं, द्वारा गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।
  • उन्होंने सम्मेलन के मुख्य मंत्र ‘क्रिएटिंग अ शेयर्ड फ्यूचर इन अ फ्रैक्चर्ड वर्ल्ड’ को विचारपूर्ण और उचित बताया।
  • उन्होंने कहा  मुझे विश्व आर्थिक मंच की बैठक में भाग लेने का इंतजार है।
  • पीएम मोदी के साथ एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल जिसमें लगभग 6 केंद्रीय मंत्री, 100 सीईओ और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हैं।
  • इस सालाना बैठक में 60 देशों के प्रमुखों समेत 350 राजनीतिज्ञ हिस्सा लेंगे।
  • सम्मेलन में दुनिया की महत्वपूर्ण कंपनियों के मुख्य सीईओ समेत तथा विभिन्न क्षेत्रों से करीब 3,000 नेता भाग लेंगे।
  • इससे पहले, 1997 में तत्कालीन प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।

रिपोर्ट-संदीप कुमार वर्मा

About Samar Saleel

Check Also

कतर से रिहा होकर लौटे सौरभ और उनके पिता ने PM को लिखा पत्र, कहा- उम्मीद थी कोई कसर नहीं छोड़ेंगे

नई दिल्ली: कतर ने जिन आठ भारतीय नौसेना के पूर्व कर्मचारियों को मौत की सजा ...