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Dr. Bharti Gandhi : शिक्षा का उद्देश्य विश्व में शांति स्थापना होना चाहिए

लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर आॅडिटोरियम में आयोजित ‘विश्व एकता सत्संग’ में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए सी.एम.एस. संस्थापिका निदेशिका व बहाई धर्मानुयायी डा. भारती गाँधी Bharti Gandhi ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य विश्व में शान्ति स्थापना का होना चाहिए। विश्व में आज 200 से अधिक देश हैं और उन सभी के पास बहुत सारी सैन्य शक्ति है। बहुत सारा धन इन सेनाओं के लिए हथियार बनाने पर खर्च किया जाता है और इन्हीं हथियारों से मानवता का विनाश किया जाता है।

भावी पीढ़ी को एकता व शान्ति की शिक्षा : Bharti Gandhi

डा. भारती गाँधी ने कहा कि यदि विश्व में एकता हो, शान्ति, सद्भावना व सौहार्द कायम हो सके, तो फिर इतनी सारी सैन्य शक्ति की आवश्यकता ही नहीं रह जायेगी। इसके लिए जरूरी है कि हम भावी पीढ़ी को एकता व शान्ति की शिक्षा दें, उनका चारित्रिक विकास करें, उनमें सकारात्मकता भाव विकसित करें जिससे यह भावी पीढ़ी आगे चलकर विश्व में शान्ति स्थापना का लक्ष्य हासिल कर सके।

डा. गाँधी ने जोर देते हुए कहा कि माता-पिता व शिक्षकों को अपना संकीर्ण नजरिया बदल कर बच्चों को विश्वव्यापी सोच रखनी चाहिए, तभी उनके बच्चे भी महान बनेंगे। इससे पहले, विश्व एकता सत्संग का शुभारम्भ सी.एम.एस. के संगीत शिक्षकों द्वारा प्रस्तुत सुमधुर भजनों से हुआ।

विश्व एकता सत्संग में सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) के बच्चों ने शिक्षात्मक-आध्यात्मिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। छात्रों ने प्रार्थना, गीत-संगीत, भक्ति गीत, लघु नाटिका व सुविचारों की मनमोहक प्रस्तुति से खूब तालियां बटोरी। जहाँ एक ओर बालश्रम पर आधारित लघु नाटिका प्रस्तुत की तो वहीं दूसरी ओर कबीर के दोहे सुनाकर सत्संग प्रेमियों को भाव-विभोर कर दिया।

इस अवसर पर विभिन्न धर्मावलम्बियों ने भी अपने सारगर्भित विचारों से सत्संग प्रेमियों का मार्गदर्शन किया। सत्संग का समापन संयोजिका वंदना गौड़ के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।

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