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सीबीआई टीम लौटी दिल्ली

लखनऊ। पहले तो पुलिस कर्मियों की आईएएस अफसर अनुराग तिवारी की मौत के मामले में फैलाई लेथन को बटोरने में सीबीआई को दांतो चने चबाने पड़े। अब उसे यहां रह कर जांच करने के लिए गेस्ट हाउस में जगह नहीं मिल रही। नतीजा यह हुआ कि सीबीआई टीम बेगानी होकर लखनऊ से वापस दिल्ली लौट गई। सीबीआई के यहां जाते ही सबसे ज्यादा पुलिस कर्मियों ने राहत की सांस ली। बताया जा रहा है कि अब कुछ बाद सीबीआई टीम लखनऊ लौटेगी। आईएएस अफसर अनुराग तिवारी की संदिग्ध हालात में हुई मौत के मामले में जांच कर रही सीबीआई टीम लखनऊ छोड़ कर चली गई। तकरीबन 20 दिनों से लखनऊ में डेरा जमाए सीबीआई टीम को यहां रहने के लिए गेस्ट हाउस में जगह नहीं मिल पायी है। जबकि पहले इस बात के कयास लगाए गए थे कि सीबीआई को मीराबाई गेस्ट हाउस में ही ठहरने की जगह दी जाएगी ताकि वह जांच पूरी कर सके। लेकिन जांच के बीच में ही सीबीआई को ठहरने के लिए जगह न मिलने पर उसे जांच को बीच में ही रोकना पड़ा और वापस दिल्ली जाना पड़ा।

पुलिस ने ली राहत की सांस :-

बताया जा रहा है कि सीबीआई टीम एलडीए वीसी प्रभू नारायण से पूछताछ करने वाली थी। प्रभू नारायण का भी कमरा मीरा बाई गेस्ट हाउस में ही है। फिलहाल सीबीआई के जाने से सबसे ज्यादा लखनऊ पुलिस राहत की सांस ले रही है। कारण भी है कि सीबीआई तीसरी बार लखनऊ पुलिस से पूछताछ करने वाली थी। मूलरूप से जनपद बहराईच निवासी अनुराग तिवारी कर्नाटक कैडर 2007 बैच के आईएएस अधिकारी थे। वह बैंगलूरू में खाद्य एवं रसद विभाग में तैनात थे। अनुराग तीसरे फेज की ट्रेनिंग पूरी कर मसूरी से घर आए थे। घर से वह लखनऊ विकास प्राधिकरण के वीसी व बैच मेट प्रभू नारायण से मिलने के लिए राजधानी पहुंचे थे। अनुराग लखनऊ में एलडीए वीसी के मीराबाई गेस्ट हाउस स्थित कमरे में ही ठहरे थे। गत 17 मई को अनुराग का शव गेस्ट हाउस के बाहर संदिग्ध हालात में औंधे मुंह पड़ा मिला था। राजधानी पुलिस ने आईएएस की मौत को हादसा तय कर दिया था। इतना ही नहीं उसने घटना से जुडृे अहम सबूत को भी हमेशा के लिए मिटा दिया था ताकि कोई गुंजाइश ही न रह जाए। लेकिन जब मामले में सीबीआई जांच के आदेश हुए और सीबीआई टीम लखनऊ पहुंच कर जांच में जुटी तो परत दर पतर पुलिस की लापरवाही उजागर होने लगी। सीबीआई ने पुलिस की 536 पन्नों की जांच रिपोर्ट को भी फेल कर दिया। अब तक की पड़ताल में सीबीआई भी मान चुकी है कि अनुराग की मौत स्वभाविक नहीं थी बल्कि इसके पीछे किसी बड़ी साजिश की आशंका जताई जा रही है।

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