Breaking News

प्रशासनिक अधिकारी रहते हुए संजय कुमार छायाकारी में बेहद निपुण : राम नाईक

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक नेे राष्ट्रीय ललित कला अकादमी, अलीगंज में सचिव नगर विकास संजय कुमार द्वारा आयोजित वन्यजीवों एवं पक्षियों पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी ‘वाईल्डरनेस आॅन कैनवस’ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर लखनऊ की महापौर डाॅ. संयुक्ता भाटिया, राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव हेमन्त राव, प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज कुमार सिंह सहित अन्य विशिष्टजन उपस्थित रहे।

Governor Ram Naik

दुधवा नेशनल पार्क क्यों नहीं गया : राम नाईक

इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी रहते हुये भी संजय कुमार छायाकारी में बेहद निपुण हैं। उन्होंने व्यस्त दिनचर्या से अपने छायाकारी के शौक को पूरा करने के लिये समय निकाला वास्तव में यह एक चुनौती पूर्ण और प्रशंसा का काम है। प्रदर्शनी में जंगली जीव-जन्तुओं के जीवंत चित्र देखने को मिले हैं।

प्रदर्शनी देखने के बाद राजपाल राम नाईक ने अफ़सोस जताते हुए कहा मैं अभी तक दुधवा नेशनल पार्क क्यों नहीं गया। उन्होंने कहा कि दुधवा नेशनल पार्क पर्यटन के लिये एक अच्छा केन्द्र है। राज्यपाल ने कहा कि वो उपयुक्त समय पर दुधवा नेशनल पार्क जाकर वहां के नैसर्गिक सौन्दर्य का आनन्द जरूर लेंगे।

चंचल वन्य जीवों का फोटो खींचना चुनौती

राम नाईक ने कहा कि फोटोग्राफी एक कला है जिसमें स्थिर वस्तु का चित्र लेना आसान होता है। परन्तु चंचल वन्य जीवों का फोटो खींचना एक चुनौती है। विशेष फोटो खींचने के लिये छायाकार उपयुक्त क्षण का इंतजार करता है और पलक झपकते ही वह क्षण आकर चला जाता है। केवल एक अच्छा छायाकार ही उस क्षण की पहचानकर दृश्य को अपने कैमरे में कैद कर सकता है। ऐसी प्रदर्शनी के माध्यम से प्रकृति की कारीगरी और विविधता देखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रदर्शनी से वन्यजीवों के प्रति आकर्षण के साथ-साथ उनके संरक्षण और संवर्धन की भी भावना पैदा होती है।

स्मृति चिन्ह के रूप में राज्यपाल को छायाचित्र

प्रदर्शनी के संयोजक एवं सचिव नगर विकास संजय कुमार ने स्वागत उद्बोधन देते हुये अपनी दिलचस्पी के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने स्मृति चिन्ह के रूप में राज्यपाल को स्वयं द्वारा खींचा गया एक सुंदर छायाचित्र भेंट किया।

About Samar Saleel

Check Also

अयोध्या के भव्य राम मंदिर में हुआ रामलला का सूर्य तिलक, अद्भुत क्षण के साक्षी बने करोड़ों रामभक्त

500 वर्षों तक चले संघर्ष के बाद निर्मित भव्य महल में मना रामलला का पहला ...