काफी लम्बे चलें ड्रामें के बाद आज फिर एक बार Yeddyurappa येदियुरप्पा ने राज्यपाल के सामने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालाँकि ये उनकी तीसरा शपथ ग्रहण है ,इसके पहले भी ये 2 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं।
जानें कर्नाटक के मुख्यमंत्री Yeddyurappa का सफर….
दक्षिण भारत में पहले बीजेपी मुख्यमंत्री
बीएस येदियुरप्पा ने सबसे पहले अक्टूबर 2007 में जेडी-एस-बीजेपी गठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि यह बहुत ही कम समय था और विधानसभा चुनाव 2008 में इन्होंने फिर सीएम पद संभाला था।
केजेपी का गठन
येदियुरप्पा ने 2012 में भाजपा से अलग होकर केजेपी का गठन किया था। इससे बीजेपी हारी थी और कांग्रेस जीती थी। हालांकि 2014 में पार्टी में वह फिर से बीजेपी के साथ शामिल हो गए थे। वह शिवमोग्गा से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे।
शिकारीपुरा विधानसभा से आठवीं बार जीत
बीएस येदियुरप्पा को कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मालनाद क्षेत्र के शिवमोग्गा जिले के शिकारीपुरा विधानसभा से आठवीं बार जीत मिली है। बेंगलुरु में शपथ ग्रहण के दौरान राजभवन के बाहर उनके समर्थकों की भी काफी भीड़ रही। इस दौरान वहां सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए थे।
कांग्रेस एवं जेडीएस आये एक साथ
- कर्नाटक में 12 मई को 222 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुए थे।
- इसके बाद 15 मई को परिणाम घोषित हुए थे।
- 15 मई को आये परिणाम में बीजेपी को 104 सीटों पर जीत मिली थी।
- चुनाव परिणाम के आये नतीजों के बाद कांग्रेस ने जेडीएस को कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए समर्थन देने का ऐलान कर दिया था।
दूसरी बार रात में खुला सुप्रीम कोर्ट
- चुनाव के बाद आये परिणाम के बाद कांग्रेस और जेडीएस एक साथ आ गयी लेकिन राज्यपाल द्वारा बीजेपी को सरकार बनाने के न्योते के बाद एक बार फिर सियासी उथल पुथल होने लगा।
- लारजेस्ट पार्टी को राज्यपाल द्वारा सरकार बनाने का आमंत्रण दिया जाने से कांग्रेस ने जेडीएस के साथ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि फिलहाल ऐसा कोई संवैधानिक अधिकार नहीं है जिससे राज्यपाल के फैसले पर रोक लगाई जा सके।
बीएस येदियुरप्पा ने कन्नड़ भाषा में ली शपथ
- भाजपा के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा (75) ने बेंगलुरु स्थित राजभवन में मुख्यमंत्री के रूप में कन्नड़ भाषा में शपथ ग्रहण किया।
- इस मौके पर बीजेपी के केंद्रीय और राज्य के नेता व नवनिर्वाचित विधायक मौजूद रहे।