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Nipah Virus : जाने इस वायरस से जुड़े सच और समाधान

इस समय केरल में Nipah Virus निपाह वायरस के चपेट में आकर लोगों की जान जा रही। ऐसे में इस वायरस से लड़ने के लिए हर किसी को तैयार होना चाहिए। केरल में इस वायरस की चपेट में आकर कई लोग अपने ज़िन्दगी को लेकर जूझ रहे हैं। ऐसे में हर किसी को अपने बचाव के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।

Nipah Virus छह में से पांच मौतों की पुष्टि

केरल में Nipah Virus निपाह वायरस की चपेट में आकर 5 की मौत हो चुकी है जबकि वायरस की वजह से एक के मौत की पुष्टि अभी नहीं हो पायी है। करीब 25 ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिन्हें वायरस से पीड़ित होने की आशंका जताई जा रही थी। इलाज के दौरान तीन नर्सें भी इंफेक्शन की शिकार हो गई हैं।

कैसे फैलता है ये वायरस
  • जानकारों के मुताबिक, निपाह वायरस चमगादड़ों के लार से फैलता है, इसलिए लोगों को इससे बचना चाहिए। निपाह वायरस से
  • बीमार लोगों से स्वस्थ व्यक्ति को दूर रहना चाहिए।
  • यह बीमार व्यक्ति के लार से फैल सकता है।
  • यह बहुत आसानी से जानवरों से इंसानों में फैल सकता है।
  • अस्पतालों में यह इंसान से इंसानों में फैल सकता है।
क्या है निपाह वायरस ?
  • यह वायरस जानवरों और इंसानों में गंभीर बीमारी को जन्म देता है।
  • पुराने चमगादड़ इस वायरस के वाहक हैं, जिन्हें फ्रूट बैट भी कहा जाता है।
  • 1998 में मलेशिया के कम्पंग सुंगाई निपाह से पता चला था, वहीं से इस वायरस को ये नाम मिला। उस वक्त इस बीमारी के वाहक सुअर बनते थे।
  • साल 2004 में बांग्लादेश में कुछ लोग इस वायरस की चपेट में आए थे।
  • निपाह वायरस का इंफेक्शन एंसेफ्लाइटिस से जुड़ा है, जिसमें दिमाग को नुकसान होता है।
क्या है इसके लक्षण ?
  • 5 से 14 दिन तक इसकी चपेट में आने के बाद ये वायरस तीन से 14 दिन तक तेज बुखार और सिरदर्द की वजह बन सकता है।
  • दिमाग में सूजन, तेज बुखार और सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द होता है।
  • 24-48 घंटों में मरीज कोमा में पहुंच सकता है।
  • इंफेक्शन के शुरुआती दौर में सांस लेने में समस्या होती है।
  • ज्यादातर मरीजों में न्यूरोलॉजिकल दिक्कतें भी हो सकती हैं।
इससे बचाव के तरीके
  • अगर आपको तेज बुखार हो तो अस्पताल जाएं।
  • ऐसे फलों को न खाएं, जो पेड़ से गिरे हों या काफी गल गए हों।
  • उस व्यक्ति के नजदीक न जाएं जो इस वायरस से पीड़ित हो।
  • इस वायरस की वजह से जिनकी मौत हुई हो, उनके शव से भी दूर रहें।

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