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विजय माल्या ने फिर कहा- बैंकों का पूरा कर्ज चुकाने को हूं तैयार

भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने एक बार फिर यह पेशकश की है कि वह भारतीय बैंकों का शत-प्रतिशत कर्ज चुकाने को तैयार है. बैंकों के करीब 9 हजार करोड़ रुपये के लोन न चुकाने, जालसाजी और मनी लॉन्ड्र‍िंग के मामले में ब्रिटेन में मुकदमे का सामना कर रहे विजय माल्या ने ट्वीट कर यह ऑफर दिया है. विजय माल्या एक बार पहले भी ऐसी पेशकश कर चुका है.

विजय माल्या ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लोकसभा में दिए एक बयान का हवाला देकर 100 फीसदी सेटलमेंट की पेशकश की है. माल्या फिलहाल जमानत पर है. किंगफिशर एयरलाइंस के पूर्व प्रमुख विजय माल्या ने ट्वीट कर कहा, ‘वित्त मंत्री ने कहा है कि देश में कारोबारी विफलता को वर्जित मानना या नीची नजरों से नहीं देखना चाहिए. इसके विपरीत उन्हें आईबीसी की भावना के अनुरूप एक सम्मानजनक समाधान देना चाहिए. इस भावना के अनुरूप ही मैं अपनी तरफ से 100 फीसदी निपटारे की पेशकश करता हूं.

गौरतलब है कि लोकसभा में पिछले गुरुवार को इन्सॉल्वेंसी और बैंकरप्शी कोड (IBC) संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कैफे कॉफी डे के संस्थापक वी. जी. सिद्धार्थ की मौत के संदर्भ में यह बात कही थी. माल्या ने इसके पहले भी ट्वीट कर सीसीडी के सिद्धार्थ से अपने हालात की तुलना की थी. सिद्धार्थ के एक कथित लेटर में यह कहा गया था कि उन्हें आयकर विभाग के अधिकारी परेशान कर रहे हैं. सिद्धार्थ ने नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी. उनका शव मंगलौर के पास नेत्रावती नदी में मिला था.

इस घटना के बाद माल्या ने ट्वीट कर कहा था, ‘सरकारी एजेंसियां और बैंक किसी को भी हताश कर सकती हैं. देखिए वे मेरे साथ क्या कर रहे हैं जबकि मैं पहले ही पूरा कर्ज चुकाने की पेशकश कर चुका हूं.’ इसके पहले जुलाई महीने में माल्या को लंदन की अदालत से बड़ी राहत मिली है. भारत प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ माल्या की अपील को लंदन हाईकोर्ट ने स्वीकार कर लिया है.

इसके पहले भी किया था कर्ज चुकाने का ऑफर
माल्या के वकील ने यह भी तर्क दिया था कि विजय माल्या के पक्ष में दिए गए दस्तावेजों को ठीक से नहीं समझा गया है. तब विजय माल्या ने मीडिया से कहा कि भारत सरकार से मेरा केवल यही अनुरोध है कि मैं कोई रियायत नहीं चाहता, पैसा है, आप 100 प्रतिशत धन वापस ले सकते हैं.

विजय माल्या को भारत वापस लाने के लिए एजेंसियां काफी दिनों से मशक्कत कर रही हैं, ऐसे में उनकी कोशिश है कि जल्द से जल्द उसे लाया जा सके. विजय माल्या ने प्रत्यर्पण को लेकर अपील की थी, अगर ये अपील रद्द होती तो उसके पास अंतरराष्ट्रीय कोर्ट या फिर अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग जाने का भी रास्ता होता. बैंकों से धोखाधड़ी के मामले में आरोपी विजय माल्या जांच के दौरान ही मार्च 2016 में लंदन भाग गया था. विजय माल्या को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार और भारतीय जांच एजेंसियां लगातार प्रयास कर रही हैं, लेकिन अभी तक सफल नहीं हो पाईं. दिसंबर 2018 में लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने माल्या को भारत भेजने का फैसला सुनाया था.

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