नई दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पहले भाषण की विपक्षी नेता राहुल गांधी ने सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रियंका का पहला भाषण मेरे पहले भाषण से काफी बेहतर था। राहुल गांधी ने कहा कि अद्भुत भाषण। मेरे पहले भाषण से बेहतर, आइए इसे ऐसे ही कहें।
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वायनाड लोकसभा सीट से सांसद चुनी गईं प्रियंका गांधी ने लोकसभा में अपने पहले भाषण में सरकार पर तीखा हमला बोला। लोकसभा में अपने पहले भाषण के दौरान प्रियंका गांधी 32 मिनट तक बोलीं, इस दौरान उन्होंने जातीय जनगणना, अदाणी मुद्दे, देश की एकता जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखी।
संविधान को लेकर उन्होंने कहा कि हमारा संविधान एक सुरक्षा कवच है, जो देशवासियों को सुरक्षित रखता है। ये न्याय, एकता और अभिव्यक्ति की आजादी का कवच है। सत्ता पक्ष के साथी जो बड़ी बड़ी बातें करते हैं। इन्होंने बीते 10 वर्षों में ये सुरक्षा कवच तोड़ने का प्रयास किया।
अगर लोकसभा के नतीजे ऐसे न आए होते तो संविधान को बदलने का काम शुरू हो गया होता। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान ने एकता का सुरक्षा कवच दिया था, वहां नफरत के बीज बोए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री संविधान की प्रति को माथे से लगाते हैं, लेकिन जब संभल में, मणिपुर में, हाथरस में न्याय की मांग उठती है तो उनके माथे पर सिकन नहीं आती।
शशि थरूर ने भी की सराहना
लोकसभा में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पहले भाषण की पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता शशि थरूर ने तारीफ की। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी ने संसद में पहली बार के सांसद की तरह नहीं बोला। उन्होंने अपने भाषण में एकदम सही तरीके से सरकार से पूछा कि वे अतीत को लेकर राग अलापने के बजाय वर्तमान के बारे में बात कब करेंगे?
उन्होंने संसद में पूरी मजबूती से अपनी बात रखी। थरूर ने कहा कि यह एक बेहतरीन पहला भाषण था। उन्हें संसद में आए केवल 15 दिन ही हुए हैं, लेकिन वह सदन में पूरी परिपक्वता, पूरी उदारता और पूरी बुद्धिमत्ता के साथ बोलीं। इससे मैं बहुत प्रभावित हुआ।