कसया, कृष्णानगर (मुन्ना राय)। बैसाख पूर्णिमा जिसे बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) भी कहते हैं, की पूर्व संध्या पर बुद्ध मार्ग सहित विभिन्न मार्गों पर बौद्ध भिक्षुओं (Buddhist Monks) ने पिंड पात्र (Pind Patra) लेकर भिक्षाटन (Almsgiving) किया। उपासकों ने भिक्षुओं को पिंड पात्र में दान किया और भिक्षुओं ने उन्हें आशीर्वाद दिया। बताते चलें कि बैसाख पूर्णिमा बौद्ध मतावलंबियों का महत्वपूर्ण पर्व है।
इस पवित्र मौके पर भिक्षाटन को निकले भंते नंदका, भंते सों क्रान, भंते राजेंद्र, भंते सुमित, भंते उपाली, भंते यशपाल सहित भिक्षुओं को मोरिन राय, हेमा राय, मौसम, अचान, विवेक कुमार गोंड, ओमप्रकाश कुशवाहा और उपासक व उपासिकाओं ने भिक्षुओं को दान दिया। यामा कैफे के संचालक टीके राय और उपासकों ने भिक्षुओं को फल, खाद्यान्न, पेयजल, जूस आदि पिंड पात्र में दान किया। इस दौरान म्यांमार, थाईलैंड, श्रीलंका, भारतीय भिक्षु और उपासक मौजूद थे।