लखनऊ। उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह (State Transport Minister (Independent Charge) Dayashankar Singh) ने निर्देश दिए हैं कि वर्षा ऋतु (Rainy Season) के आने से पहले ही समस्त बसों का सर्वे कराकर सुनिश्चित कर लिया जाए कि बसों की छतों (Roofs of Buses) से पानी न टपके और खिड़कियां (Windows) टूटी हुई न हों। उन्होंने सभी निगम बसों का भौतिक सत्यापन कराने के निर्देश दिए।
दयाशंकर सिंह ने कहा कि यदि बस की चादर खराब है अथवा जॉइंट ढीले हैं तो उसकी तत्काल मरम्मत करा ली जाए, जिससे यात्रियों को बरसात के समय अपनी यात्रा के दौरान परेशानी न हो। बस की छत टपकने से उन्हें भीगने पर मजबूर न होना पड़े।
परिवहन मंत्री ने कहा कि परिवहन निगम की छवि के लिए यह बेहद आवश्यक है कि परिवहन निगम की बसों को पूरी तरह से फिट होने के पश्चात ही सड़कों पर भेजा जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाए की बसों में सभी विंडो ग्लास लगे हों, वाइपर-रबर इत्यादि प्रॉपर ढंग से कार्यरत हों। उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त होती है तो जवाबदेही तय करते हुए संबंधित के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।