Breaking News

संघर्ष से उभरे हैं ए.आर.रहमान

ए. आर. रहमान को आज कौन नहीं जानता, रहमान का जन्म 6 जनवरी 1967 में मद्रास में हुआ जिसे अब हम चेन्नई के नाम से जानते हैं। उनका जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था और संगीत तो उन्हें विरासत में मिला था। जब रहमान केवल 9 साल के ही थे तब उनके पिता का आकस्मिक निधन हो गया। जिसके बाद उनके परिवार के हालात इतने खराब हो गए कि उन्हें अपने पिता के संगीत के साज (वस्तुएं) बेचने पड़े और उससे ही घर खर्च चलता था।
साथ ही रहमान की माताजी भी पूरी मेहनत कर रही थीं। महज 11 साल की उम्र में इन्होंने इल्लईराजा के बैंड में काम करना शुरू कर दिया था। वहाँ भी रहमान कीबोर्ड ही प्ले करते थे। रहमान की शुरूआती ट्रेनिंग मास्टर धनराज के यहाँ हुई। यूँ तो रहमान संगीत के सभी साजों को अच्छे से बजाना जानते थे हारमोनियम हो पियानो या फिर गिटार, लेकिन उन्हें केवल सिंथेसाइजर (कीबोर्ड) बजाना पसंद रहा है। सिंथेसाइजर में संगीत और तकनीक दोनों साथ साथ चलते हैं। इस बैंड में काम करते हुए ही रहमान को ट्रिनिटी कॉलेज ऑफ म्यूजिक से स्कालरशिप मिली और उन्होंने पश्चिमी शास्त्रीय संगीत में डिप्लोमा किया। चेन्नई के रॉक ग्रुप नेमेसिस एवेन्यू की स्थापना भी एआर रहमान ने अपने दोस्त के साथ मिलकर की थी। धीरे-धीरे रहमान बड़े-बड़े म्यूजिक डायरेक्टर के साथ काम करने लगे विश्वनाथन, इल्लईराजा और राज कुट्टी के साथ रहमान को काम करने का मौका मिलता गया। बात 1984 की है जब रहमान की बहन की तबियत खराब रहने लगी और उनकी माँ का झुकाव इस्लाम की और बढ़ने लगा था इसलिए इनका परिवार इस्लाम धर्म में परिवर्तित हो गया। इस तरह एएस दिलीप कुमार को नया नाम मिला एआर रहमान यानि अल्लाह रक्खा रहमान और उनकी माँ का नाम करीमा रहमान।
1991 से रहमान ने खुद का म्यूजिक रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया था और 1992 से टीवी और रेडियो के लिए जिंगल और ऐड फिल्में बनाने लगे। फिल्मों में इनकी शुरुआत मणिरत्नम की फिल्म रोजा से हुई। दरअसल मणिरत्नम कुछ नया करने की सोच रहे थे इसलिए उन्होंने रहमान को ब्रेक देने की सोची। ये फिल्म तमिल और हिंदी दोनों भाषाओं में रिलीज हुई थी जिसके बाद उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपनी पहली ही फिल्म में शानदार संगीत के लिए उन्हें नेशनल अवार्ड मिला। लोगों का ये भी मानना है कि पहले रहमान का म्यूजिक समझ नहीं आता फिर धीरे धीरे इसका नशा चढ़ता है। गुलजार, जावेद अख्तर और वेरामलु जैसे जबरदस्त कवियों के साथ इन्होंने काम किया है। तमिल हो या हिंदी फिल्में या फिर हॉलीवुड की फिल्में, रहमान ने सब जगह दर्शकों को मनोरंजित किया।

About Samar Saleel

Check Also

रिलीज़ होते ही लोकप्रिय हुआ गायक रविंद्र सिंह का नया भक्ति गीत “श्याम तेरी अदाएं”

मुंबई (अनिल बेदाग)। बहुमुखी गायक रविन्द्र सिंह का नया भक्ति गीत श्याम तेरी अदाएं रिलीज़ होते ...