लखनऊ (दया शंकर चौधरी)। प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता प्रमुख सचिव डॉ हरिओम (Dr Hariom) की अध्यक्षता में शुक्रवार को मिशन मुख्यालय में महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में भारतीय विदेश सेवा (2009 बैच) के आठ अधिकारी, (Eight 0fficers Indian Foreign Service -2009 Batch) जो अपने मिड-कैरियर प्रशिक्षण (Mid-Career Training) के दौरान उत्तर प्रदेश के भ्रमण पर हैं, शामिल हुए। इन अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश कौशल मिशन के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं पर विस्तृत प्रस्तुति देखी।
प्रमुख सचिव डॉ हरिओम और मिशन निदेशक पुलकित खरे ने इन आईएफएस अधिकारियों के साथ भविष्य की संभावित गतिविधियों और आपसी सहयोग के अवसरों पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान, प्रदेश में कौशल विकास को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित करने की दिशा में विचारों का आदान-प्रदान हुआ। कार्यक्रम के अंत में, प्रमुख सचिव डॉ हरिओम ने अधिकारियों को मिशन से संबंधित महत्वपूर्ण सामग्री भेंट की, जिससे उन्हें मिशन के उद्देश्यों और कार्यों को गहराई से समझने में मदद मिलेगी।
अपने मिड-कैरियर प्रशिक्षण के दौरान उत्तर प्रदेश के भ्रमण पर आए इन भारतीय विदेश सेवा के अधिकारियों ने प्रदेश में चल रहे कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों और युवाओं के लिए उपलब्ध रोजगार के अवसरों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
डॉ हरिओम ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को तकनीकी रूप से कुशल बनाने और उद्यमशीलता के विकास को बढ़ावा देने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। अधिकारियों ने कौशल विकास मिशन के कार्यों को महत्वपूर्ण बताया और प्रदेश के युवाओं को सशक्त बनाने में इसकी भूमिका को सराहा।
इस अवसर पर अपर मिशन निदेशक प्रिया सिंह, संयुक्त निदेशक मयंक गंगवार, विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और इन्वेस्ट यूपी के महाप्रबंधक राजीव दीक्षित भी उपस्थित थे।