लखनऊ। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद (TMU Moradabad) के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग-एफओई के कंप्यूटर साइंस एवम् इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग की ओर से मॉडर्न ट्रेंड्स इन कंप्यूटर्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स (Modern Trends in Computers and Electronics) विषय पर हाईब्रिड मोड में आयोजित इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस (International Conference) में नामचीन वक्ताओं ने उम्मीद जताई, आने वाला युग वियरेबल गैजेट्स का होगा।
‘भारत युद्ध जैसे हालात में, सरकार दृढ़ संकल्पित’, पूर्व राजनयिक गौतम बंबावले का बयान
बढ़ती आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए एमएलएम टेक्नोलॉजी वरदान साबित होगी। एमएलएम टेक्नोलॉजी से कम रिसोर्स में ज्यादा उत्पादन करके अधिक लोगों की जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा।
मानव जीवन में ड्रोन के साथ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, सोलर पावर, जीपीएस सेटेलाइट के मंगल प्रवेश से नई क्रांति आई है। एक्सपर्ट्स ने उम्मीद जताई, 6जी टेक्नोलॉजी मौजूदा टेक्नोलॉजी से 10 गुना फास्ट होगी। पेरावक्साइट टेक्नोलॉजी से बनने वाले सोलर सेल ईको फ्रेंडली होंगे।
कॉन्फ्रेंस में एनसीए-टी दूरसंचार विभाग के उप महानिदेशक राजेश गुप्ता ने बतौर मुख्य अतिथि, आईआईटी, रुड़की के एमेरिटस फेलो एवम् यूटीयू के पूर्व कुलपति डॉ पीके गर्ग ने बतौर विशिष्ट अतिथि रहते हुए के जापान के डॉ हुआन बी और सर्बिया के डॉ इवो मार्कोविक ने वर्चुअली व्याख्यान दिया। इससे पूर्व मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित के संग इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का श्रीगणेश हुआ।
इस मौके पर टीएमयू के वीसी प्रो वीके जैन, डीन प्रो आरके द्विवेदी, डॉ अलका वर्मा, डॉ गुलिस्ता खान, डॉ शंभू भारद्वाज, प्रशांत कुमार, नीरज कौशिक आदि की उल्लेखनीय मौजूदगी रही। इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में एक दर्जन से अधिक तकनीकी सत्रों में 134 रिसर्च पेपर्स प्रस्तुत किए गए। कॉन्फ्रेंस में अतिथियों ने प्रोसीडिंग का विमोचन भी किया। संचालन डॉ इंदु त्रिपाठी ने किया।
वीसी प्रो वीके जैन ने कहा कि मौजूदा वक्त कोलाबोरेटिव वर्किंग का है। एलन मस्क के स्टारलिंक कंपनी के भारत की नामचीन टेलीकॉम कंपनियों के संग कोलाबोरेशन का उदाहरण देते हुए कहा कि इससे भारत में सेटेलाइट इंटरनेट की सुविधा मिलेगी। प्रो जैन ने यूजर इंटरफेस के तहत ग्राहक की संतुष्टि को अहम बताया।
डीन प्रो आरके द्विवेदी ने कहा कि यह इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस कंप्यूटर साइंस एवम् इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में इन्फॉर्मेशन और आइडियाज़ को साझा करने का जीवंत प्लेटफॉर्म है। समाज के पुनर्निर्माण में कंप्यूटर साइंस एवम् इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन तकनीकों की बड़ी भूमिका है। कॉन्फ्रेंस में डॉ विभोर भारद्वाज, डॉ शुभेन्द्र प्रताप सिंह, डॉ दिप्तोनिल बनर्जी, डॉ देवंजन राय, उमेश कुमार सिंह, डॉ हिमांश कुमार, राहुल विश्नोई, डॉ सीमा मान आदि मौजूद रहे।