
सियोल: उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के मिसाइल प्रेम से दुनिया वाकिफ है। मौक कोई भी हो, दुनिया में कुछ भी चल रहा हो, किम को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। उत्तर कोरिया लगातार घातक मिसाइलों का परीक्षण करता रहा है और खास बात यह है कि किम जोंग उन इन मिसाइलों का परीक्षण देखने के लिए खुद मौके पर मौजूद होते हैं। अब एक बार फिर कुछ ऐसा ही देखने को मिला है।
परमाणु हमलों की नकल करते हुए किया परीक्षण
उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया पर संयुक्त सैन्य अभ्यास के माध्यम से तनाव बढ़ाने का आरोप लगाता रहा है। ऐसे में उसने अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई सेनाओं को बड़ा संदेश देने की कोशिश की है। उत्तर कोरिया ने अभ्यास के तौर पर परमाणु हमलों की नकल करने वाली कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है। सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी दी है।
परीक्षण में शामिल थे रॉकेट लॉन्चर
उत्तर कोरिया की आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ (केसीएनए) ने कहा कि बृहस्पतिवार के परीक्षणों में मोबाइल बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली शामिल थी जो जाहिर तौर पर रूस के इस्कैंडर के मॉडल पर आधारित है। इसके अलावा, 600 मिलीमीटर के कई रॉकेट लॉन्चर भी थे।
परमाणु हथियार प्रणाली को बनाना है प्रभावी
केसीएनए ने कहा कि इन परीक्षणों का मकसद मिसाइल और रॉकेट प्रणालियों का संचालन करने वाली सैन्य इकाइयों को प्रशिक्षित करना था। ये परीक्षण यूक्रेन में युद्ध के दौरान रूस को किए गए हथियारों के निर्यात से भी संबंधित हो सकते हैं। उत्तर कोरिया का कहना है कि परीक्षण का मकसद परमाणु हथियार प्रणाली को अधिक प्रभावी बनाना है जिससे त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके।