Breaking News

भाषा विश्वविद्यालय में ‘योग वाटिका’ की स्थापना, कराता है आंतरिक शांति की अनुभूति

लखनऊ। ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय (KMC Bhasha University) ने एक प्रेरक पहल करते हुए परिसर में ‘योग वाटिका (Yoga Vatika) प्रकृति और शांति का आशियाना’ की स्थापना की है। यह पहल कुलपति प्रो अजय तनेजा (VC Pro Ajay Taneja) के नेतृत्व में साकार हुई है। योग वाटिका का उद्देश्य विश्वविद्यालय के शिक्षकों, छात्रों एवं कर्मचारियों के मानसिक, शारीरिक और आत्मिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाना है। यह स्थल केवल योगाभ्यास का केंद्र नहीं, बल्कि एक ऐसा प्राकृतिक और हरित परिवेश है (Natural and Green Environment) जो ध्यान, संतुलन और आंतरिक शांति की अनुभूति (Feeling of Meditation) कराता है।

प्रतिदिन प्रातः 7:00 से 8:00 बजे तक यहां नियमित रूप से योगशाला का संचालन किया जा रहा है। इसका संयोजन डॉ. नलिनी मिश्रा(समन्वयक, राष्ट्रीय सेवा योजना) एवं डॉ. मोहम्मद शारिक (प्रभारी, शारीरिक शिक्षा विभाग) कर रहे हैं, जो योग और समग्र स्वास्थ्य के प्रति गहन प्रतिबद्धता के साथ प्रतिभागियों को विभिन्न योगासन, प्राणायाम और ध्यान विधियों का प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं।

शिक्षक, छात्र और प्रशासनिक कर्मचारी बड़ी संख्या में इसमें भाग ले रहे हैं और प्रतिदिन योगाभ्यास के माध्यम से तन, मन और आत्मा में संतुलन और ऊर्जा का संचार अनुभव कर रहे हैं। हरियाली से परिपूर्ण यह योग वाटिका विश्वविद्यालय के परिसर में एक जीवंत ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित हो रही है।

भाषा विश्वविद्यालय: 2025 सत्र के सभी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के घोषित हुआ परिणाम, छात्र देखें विश्वविद्यालय की वेबसाइट

कुलपति प्रो अजय तनेजा ने इस पहल को नवीन आरंभ की संज्ञा देते हुए कहा कि योग केवल शारीरिक अभ्यास नहीं, यह जीवन को संतुलन और उद्देश्य के साथ जीने की विद्या है। हमारा प्रयास रहेगा कि योग विश्वविद्यालय की शैक्षणिक संस्कृति का अभिन्न अंग बने।

विश्वविद्यालय प्रशासन का यह सतत प्रयास रहेगा कि योग वाटिका को भविष्य में एक मॉडल योग केंद्र के रूप में विकसित किया जाए, जहाँ स्वास्थ्य, अनुशासन और आंतरिक विकास की प्रेरणा आने वाली पीढ़ियों तक पहुंच सके।

About reporter

Check Also

नीतू जोशी और मिआम चैरिटेबल ट्रस्ट ने उठाया महाराष्ट्र में आदिवासी महिलाओं के जीवन में बदलाव का बीड़ा

मुंबई। महाराष्ट्र के आदिवासी क्षेत्रों में एक खामोश क्रांति आकार ले रही है जिसे सामाजिक ...