लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के पर्यटन अध्ययन संस्थान (Institute of Tourism Studies – ITS) ने हल्दीराम स्किल अकादमी (Haldiram Skill Academy – HSA) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसका उद्देश्य फूड एंड बेवरेज (F&B) सेवा और उत्पादन (रसोई) कर्मचारियों के प्रशिक्षण और सुनिश्चित रोजगार की रूपरेखा तैयार करना है। यह पहल प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 (PMKVY 4.0), भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के तहत संचालित की जा रही है।
इस समझौते पर प्रोफेसर आलोक कुमार राय, कुलपति एवं इस पहल के मुख्य संरक्षक ने हस्ताक्षर किए। हल्दीराम स्किल अकादमी की ओर से रीता कपूर, निदेशक, ने MoU पर हस्ताक्षर किए।
प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने कहा कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 के अंतर्गत यह सहयोग भारत के युवाओं को आतिथ्य क्षेत्र में स्थायी रोजगार के लिए कौशल प्रदान करने की दिशा में एक समयानुकूल और महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल विश्वविद्यालय की अकादमिक गतिविधियों को उद्योग की आवश्यकताओं से जोड़ने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से हम छात्रों को केवल रोजगारोन्मुख कौशल ही नहीं प्रदान कर रहे हैं, बल्कि उत्कृष्टता और व्यावसायिक प्रासंगिकता की संस्कृति को भी बढ़ावा दे रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि यह साझेदारी भविष्य के शिक्षा-उद्योग सहयोग के लिए एक आदर्श मॉडल के रूप में कार्य करेगी।
इस साझेदारी के अंतर्गत ITS, हल्दीराम स्किल अकादमी के साथ परामर्श कर एक 400 घंटे का व्यापक प्रशिक्षण कार्यशाला संचालित करेगा, जो एफएंडबी सेवा एवं रसोई संचालन की आवश्यकताओं के अनुसार तैयार की जाएगी। प्रशिक्षण पूरा करने एवं पात्रता परीक्षा पास करने वाले प्रतिभागियों को पर्यटन अध्ययन संस्थान एवं हल्दीराम स्किल अकादमी द्वारा संयुक्त प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा, तथा उन्हें उत्तर प्रदेश में स्थित हल्दीराम के आउटलेट्स में सुनिश्चित रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। प्रतिभागी मुख्यतः वे युवा होंगे जिन्होंने इंटरमीडिएट (12वीं कक्षा) उत्तीर्ण की है।
समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें प्रो मनुका खन्ना (प्रो-वाइस चांसलर), प्रो गीताांजलि मिश्रा (डीन स्टूडेंट वेलफेयर), जितेन आचार्य (प्रिंसिपल, HSA), पीयूष सिंह (HSA)शामिल थे। प्रशिक्षण कार्यशाला का संचालन डॉ अनुपमा श्रीवास्तव, निदेशक, पर्यटन अध्ययन संस्थान द्वारा किया जाएगा।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित शिक्षकों प्रो अवधेश त्रिपाठी, प्रो एके सिंह, प्रो दुर्गेश श्रीवास्तव, प्रो राकेश द्विवेदी सहित संस्थान के संकाय सदस्य एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे। यह रणनीतिक साझेदारी शिक्षा और उद्योग के बीच सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध होगी, जो आतिथ्य क्षेत्र में कौशल की खाई को पाटने और युवाओं को उद्योग-प्रासंगिक दक्षताओं से सशक्त बनाने की दिशा में एक ठोस प्रयास है।