लखनऊ। नगर आयुक्त गौरव कुमार (Municipal Commissioner Gaurav Kumar) ने गुरुवार को लखनऊ स्वच्छता अभियान (LSA) के कंट्रोल रूम का निरीक्षण (Inspected The Control Room) किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने जोन-1, 3, 4, 6 और 7 से हो रहे डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन (Door-To-Door Garbage Collection) की लाइव ट्रैकिंग और विस्तृत जानकारी का अवलोकन किया। नगर आयुक्त ने मॉनिटरिंग सिस्टम की कार्यप्रणाली को बारीकी से समझा और उसके प्रभावी उपयोग पर जोर दिया। निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव, पर्यावरण अभियंता संजीव प्रधान समेत अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।
निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त गौरव कुमार ने बताया कि कुछ स्थानों से बार-बार एक जैसी शिकायतें आ रही हैं, जो स्वच्छता व्यवस्था में लापरवाही की ओर इशारा करती हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि उन स्थानों की गहराई से जांच की जाए और समस्या की जड़ तक पहुंचा जाए। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी कर्मचारी की लापरवाही पाई जाती है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
श्री गौरव कुमार ने डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए चेक पॉइंट्स की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिक चेक पॉइंट्स से निगरानी व्यवस्था बेहतर होगी और गड़बड़ियों की संभावना कम होगी। नगर आयुक्त ने यह भी कहा कि कंट्रोल रूम में पूरे दिन के डाटा का विश्लेषण किया जाए और उसके आधार पर रिपोर्ट तैयार कर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
नगर आयुक्त ने विशेष रूप से यूजर चार्ज कलेक्शन की पारदर्शिता पर बल दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यूजर चार्ज की वसूली में किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी आवासीय और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से निर्धारित शुल्क सही तरीके से वसूला जाए, इसके लिए क्षेत्रीय अधिकारियों को सतर्क और सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए।
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निरीक्षण के अंत में नगर आयुक्त ने कहा कि अब निर्णय लेने में डाटा एनालिसिस की भूमिका और भी अहम होगी। उन्होंने एलएसए के अधिकारियों को निर्देश दिया कि डाटा एनालिसिस के आधार पर सुधारात्मक कदम उठाए जाएं और उसकी रिपोर्ट नगर निगम कार्यालय को नियमित रूप से सौंपी जाए। इससे न केवल काम की गुणवत्ता बढ़ेगी, बल्कि जिम्मेदारी भी तय की जा सकेगी।