कोलकाता: अलग राज्य की मांग को लेकर कूचबिहार में एक बार फिर आंदोलन में उतर चुकी है ग्रेटर कूचबिहार पीपुल्स एसोसिएशन। इस संगठन ने आठ वर्ष बाद एक बार फिर कूचबिहार को अलग राज्य के रूप में मान्यता देने की मांग को लेकर ‘रेल रोको’ आंदोलन शुरू किया है। हालांकि, संगठन ने पांच घंटे बाद ही आंदोलन वापस ले लिया। इस वजह से घंटों प्रभावित रहने के बाद रेल यातायात पटरी पर लौटने लगा।
इससे पहले पांच घंटे के आंदोलन की वजह से मंगलवार रात से ही उत्तर-पूर्व भारत की रेल सेवा प्रभावित हुई। गुवाहाटी में पूर्वी सीमा रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी केके शर्मा ने बताया कि आंदोलन को देखते हुए कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया, जबकि कई ट्रेनों को मार्ग-बदल कर चलाया जा रहा। इससे यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है।
पूर्वी सीमा रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी केके शर्मा ने बताया कि यात्रियों को विकल्प मार्गों से गंतव्यों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। अलग राज्य की मांग को पहले से ही कूचबिहार जिला शासक कार्यालय में ग्रेटर कूचबिहार पीपुल्स एसोसिएशन (जीसीपीए) और केएसडीसी नामक दो संगठनों के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
ग्रेटर कूचबिहार पीपुल्स एसोसिएशन के नेता बंशीबदन बर्मन के मुताबिक, 11 यानी आज से अनिश्चितकालीन ‘रेल रोको आंदोलन’ शुरू हो गया है। मंगलवार रात से बंशीबदन अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ असम-बंगाल सीमा पर जोराई रेलवे स्टेशन पर जुटे। बुधवार सुबह होते ही ये कार्यकर्ता रेलवे ट्रैक पर बैठ गए और हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन के कारण मंगलवार को भी उत्तर-पूर्वी भारतीय रेलवे को कई ट्रेनों को रद्द करने पर मजबूर होना पड़ा। बंगाल से असम जाने वाली ट्रेनों के मार्ग बदल दिए गए हैं।