ब्रसेल्स (शाश्वत तिवारी)। विदेश मंत्री डॉएस जयशंकर (External Affairs Minister Dr S Jaishankar) यूरोप की एक सप्ताह की यात्रा (Visit to Europe) पर हैं, जहां वह फ्रांस, यूरोपीय संघ (EU) और बेल्जियम (Belgium) के शीर्ष नेताओं के साथ विभिन्न बैठकें कर रहे हैं, ताकि भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा दिया जा सके और आतंकवाद (Terrorism) को कतई बर्दाश्त नहीं करने की भारत की नीति को पुन: पुष्ट किया जा सके।
सोमवार को बेल्जियम पहुंचे जयशंकर ने आतंकवाद से निपटने में बेल्जियम के समर्थन और एकजुटता का स्वागत किया। साथ ही उन्होंने बेल्जियम के उप प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री मैक्सिम प्रीवोट के साथ द्विपक्षीय बातचीत के दौरान भारत-ईयू साझेदारी में तेज गति पर जोर दिया। इस दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, रक्षा एवं सुरक्षा, फार्मास्यूटिकल्स, स्वच्छ ऊर्जा और गतिशीलता सहित आपसी सहयोग को गहरा करने पर व्यापक चर्चा की।
अपनी इस यात्रा के दौरान विदेश मंत्री ने यूरोपियन पार्लियामेंट के सदस्यों से भी मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने बेल्जियम और लक्जमबर्ग में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों के साथ बातचीत की। जयशंकर ने कुछ तस्वीरें साझा करते हुए एक ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा बेल्जियम और लक्जमबर्ग के भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत करके बहुत अच्छा लगा। उनके साथ भारत-बेल्जियम संबंधों और यूरोपीय संघ के साथ जुड़ाव की निरंतर प्रगति पर चर्चा की। आतंकवाद का मुकाबला करने और भारत की प्रगति एवं समृद्धि सुनिश्चित करने के हमारे प्रयासों से भी उन्हें अवगत कराया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा भारत-ईयू रणनीतिक साझेदारी पिछले कुछ वर्षों में विविध क्षेत्रों में मजबूत हुई है और इस साल फरवरी में यूरोपीय संघ के आयुक्तों के भारत के पहले दौरे से इसे और बढ़ावा मिला है। यात्रा के दौरान, विदेश मंत्री यूरोपीय संघ की उच्च प्रतिनिधि और उपाध्यक्ष काजा कैलास के साथ रणनीतिक वार्ता करेंगे और थिंक टैंक तथा मीडिया के साथ बातचीत करने के अलावा यूरोपीय आयोग और यूरोपीय संसद के वरिष्ठ नेतृत्व से मिलेंगे।