लखनऊ (दया शंकर चौधरी)। आतंकवादियों द्वारा जम्मू कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam) में 28 लोगों के संहार से आहत लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के तत्वावधान में 28 अप्रैल को सर्वधर्म सभा (Arvadharma Prayer Meeting) का आयोजन किया गया। सभा में सभी धर्म गुरुओं ने सहभागिता करते हुए इस कायरतापूर्ण हरकत का विरोध किया। इस अवसर पर धर्म गुरुओं ने कहा कि यह हमला भारत के खिलाफ़ एक बहुत बड़ा षड्यन्त्र (Big Conspiracy Against India) है।
लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस घटना से सम्पूर्ण विश्व स्तब्ध एवं अत्यंत दुखी है। इस्लाम के नाम पर यह कुकृत्य करने वाले सच्चे मुसलमान नहीं हो सकते। आतंकवादियों का कोई धर्म एवं ईमान नहीं होता। कार्यवाहक अध्यक्ष सरदार हरपाल सिंह जग्गी ने कहा कि देश में सौहार्द एवं शांति बनाए रखने हेतु सभी धर्मों के धर्म प्रतिनिधियों को एकजुट होकर एक मंच से इस कुकृत्य का एवं आतंकवाद का कड़ा विरोध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह भारत में अशांति फैलाने की पाकिस्तान की एक समझी हुई साजिश है।
लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि इस्लाम दहशतगर्दी की इजाजत नहीं देता है। दुनिया के तमाम मजाहिद अमन एवं शांति का पैगाम देते हैं। इस्लाम इस बात की ताकीद करता है कि दुनिया में अमन एवं शांति का अमल कायम हो और दहशतगर्दी खत्म हो और इंसानों की जिंदगी और जानमाल की हिफाजत हो। उन्होंने कहा कि जिस तरह आतंकवादियों ने मजहब पूछ-पूछ कर कत्ल किया यह स्पष्ट हो जाता है कि आपसी भाई चारा एवं गंगा जमुनी तहजीब को खत्म करने की यह नापाक साजिश है।
मौलाना सुफियान निजामी ने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले की हम सख्त अल्फ़ाज़ में निंदा करते हैं। ये एक सोची समझी साजिश का नतीजा है। इसका मकसद केवल यही है कि हिंदुस्तान में सिविल वार जैसे हालात पैदा किए जाएं।
इसी तरह बहाई मत से भारतीय गांधी ने कहा कि आतंकवादियों की सभी धर्म गुरुओं द्वारा कड़ी निंदा की जानी चाहिए। विश्व शांति के लिए सिटी मोंटेसरी स्कूल इस आशय से अंतरराष्ट्रीय सर्वधर्म समरसता का आयोजन निरंतर करता आ रहा है। सबसे बड़ा धर्म मानवता है एवं आतंकवादी किसी भी एक विशेष धर्म का नहीं हो सकता। बुद्ध मत से ज्ञान लोक भन्ते ने कहा कि अहिंसा ही परम धर्म है एवं अहिंसा से ही विश्व शांति को प्राप्त किया जा सकता है किसी भी धर्म में हिंसा को बढ़ावा नहीं दिया गया है। विश्व शांति के लिए यह अनिवार्य है कि सभी धर्मगुरु पूरे विश्व में सर्वधर्म सद्भाव सभा द्वारा शांति का अलख जगाये।
हिंदू मत से आरडी द्विवेदी अध्यक्ष आशियाना परिवार ने अपने अभिभाषण में कहा कि 22 अप्रैल को पाकिस्तान सरकार के संरक्षण में पहलगाम में 28 निर्दाेष नागरिकों की हत्या का पूरा विश्व घोर निंदा करता है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार निवासियों ,सेना एवं अर्ध सैनिक बलों का मनोबल नहीं गिरने देगी।
जैन मठ से शैलेंद्र जैन ने अपने अभिभाषण में अवगत कराया की संपूर्ण जैन समाज पहलगाम में हुई आतंकवादियों द्वारा 28 भारतियों की हत्या की घोर निंदा करता है सरकार से यह मांग करती है कि इन अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ।जैन धर्म अहिंसा प्रधान धर्म है लेकिन अहिंसा में कायरता का कोई स्थान नहीं है। ईसाई मत से फादर एल रॉबर्ट मुख्य पादरी कैथेड्रल ने अवगत कराया कि हम कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा मारे गए निर्दाेष लोगों के लिए प्रार्थना करें कि ईश्वर उन्हें अनंत शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवारों को सांत्वना प्रदान करें।
सदर गुरुद्वारा के अध्यक्ष एवं सचिव तेजपाल सिंह लखनऊ गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी सरदार जसबीर सिंह राजू बख्शी, अधिवक्ता सरदार सुरेंद्र सिंह मोनू बख्शी ने अवगत कराया कि भारत सरकार को आतंरिक सुरक्षा को सुदृढ़ करने का कार्य करते हुए पाकिस्तान को सबक सिखाने का एवं ठोस कार्रवाई करने का कार्य करना चाहिए पूरा विश्व इस घटना से आक्रोशित है। इसी तरह दशमेश सेवा समिति के वरिष्ठ सदस्य एवं सिख नेता मंजीत सिंह दुआ, शराब बंदी मोर्चा के अध्यक्ष मुर्तजा ने कहा कि कोई भी धर्म किसी भी बेगुनाह को मारने की इजाजत नहीं देता है।