Breaking News

प्रशासनिक उदासीनता की भेंट चढ़ा Farmer

रायबरेली। अपनी ज़मीन के मुद्दे को लेकर कलेक्ट्रेट में स्थित जिलाधिकारी कार्यालय के सामने पिछले 15 दिनों से धरना दे रहे Farmer किसान कल्याण एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अम्रत लाल सविता की रविवार रात मौत हो गई। जिसको लेकर परिजनों ने कई घंटों तक जिलाधिकारी कार्यालय के सामने जमकर हंगामा किया। मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक सहित जिले के तमाम अधिकारी परिजनों को समझाते रहे।

न्याय के बदले मिली Farmer को मौत

डीएम से न्याय मांगने के बदले एक Farmer किसान नेता को मौत मिल गयी। न्याय के लिए कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी के कार्यालय के सामने धरने पर बैठे किसान कल्याण एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष की हालत रविवार की रात बिगड़ गयी, जब तक उसे जिला अस्पताल पुलिस लाती, उसकी मौत हो चुकी थी।

तमाम किसानों और किसान संगठनों ने इस मौत का जिम्मेदार जिलाधिकारी को ठहराते हुए कहा कि अगर डीएम समय रहते ध्यान देते तो किसान नेता की मौत न होती। साथ ही इस पूरे मामले के लिए उपजिलाधिकारी डलमऊ को भी जिम्मेदार बताया जा रहा है।

पन्द्रह दिनों से डीएम कार्यालय के सामने धरने पे बैठा था किसान नेता

जानकारी के अनुसार बीती चार जून से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने किसान कल्याण एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अमृतलाल सविता के नेतृत्व में जमीनी विवाद को लेकर धरना चल रहा था।

केश रफादफा करने में जुटा जिला प्रशासन

प्रतिदिन अपने कार्यालय आने वाले जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने इस धरने के बाबत बातचीत करने की कोई जरूरत नहीं समझी। कलक्टर से वार्ता को लेकर किसान संगठन के लोग अपना प्रदर्शन जारी किए हुए थे। काफी प्रयासों के बावजूद भी जिला प्रशासन ने धरने को समाप्त कराने के लिए कोई ठोस प्रयास नही किया। जिलाधिकारी ने भी वार्ता की जरूरत नहीं समझी। जिसका परिणाम रविवार की आधी रात को सामने आ गया।

लगातार कई दिनों से धरने पर बैठे किसान नेता अमृतलाल सविता की हालत खाना न खाने से नाजुक हो गयी। पुलिस और जिला प्रशासन के लोग जब तक उसे जिला अस्पताल ले जाते अमृतलाल ने दम तोड़ दिया। इस घटना से जिला और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। अपनी नाकामी छिपाने के लिए प्रशासन सक्रिय हो गया।

जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री और पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह सूचना पर भारी पुलिस फोर्स के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और मामले को शांत कराने की कोशिश करते रहे। अपने कार्यों को लेकर जिले में चर्चित हो चुके जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री इस मौत के बाद फिर सुर्खियों में है।

About Samar Saleel

Check Also

कांग्रेस के छह बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट का रोक लगाने से इन्कार

हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में क्राॅस वोटिंग के बाद बजट पारित करने के दौरान ...