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अब नहीं बचेंगे फर्जी शिक्षक,जिलाधिकारी से मांगा ब्यौरा

लखनऊ।  प्रदेश में अब फर्जी शिक्षकों पर नकेल कसने वाली है। शिक्षक भर्ती घोटाले में सामने आए 100 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद सरकार सख्ती के मूड में है। इस मामले में ढिलाई बरतने पर शासन ने विभिन्न जिले के डीएम पर भी नाराजगी जाहिर की है। इसके अलावा उनसे इस मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी है। इस रिपोर्ट में हर स्कूल के शिक्षक की डिटेल मांगी गई है।

फर्जी शिक्षक : अपर मुख्य सचिव ने सभी डीएम को पत्र भेजा

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा डॉक्टर प्रभात कुमार ने दोबारा ये पत्र जिलाधिकारियों को लिखा है। इससे पहले 19 और 20 जुलाई को सभी जिले के डीएम को आदेश दिए थे,सभी डीएम को कहा गया था कि वह अपने निर्देशन में जांच समिति से ऐसे मामलों की जांच कराकर फर्जी शिक्षकों को चिन्हित कर कार्रवाई करते हुए शासन को अवगत कराएं। लेकिन जिलाधिकारियों ने मामले में लापरवाही बरती। अब एक बार फिर से अपर मुख्य सचिव ने सभी डीएम को पत्र भेजकर ऐसे शिक्षकों की सूचना मांगी हैं।

कई जिलों में सामने आया फर्जीवाड़ा

केवल मथुरा ही नहीं बल्कि इसके बाद प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसी तरह के फर्जीवाड़े की खबरें आईं जिसके बाद सरकरा ने ये फैसला लिया। विभागीय सूत्रों की मानें तो सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई बेसिक शिक्षा विभाग की बैठक में भी यह मुद्दा उठा। बैठक में सीएम ने साफ कहा कि कोई भी फर्जी शिक्षक बचना नहीं चाहिए। उन्होंने फर्जीवाड़ा करने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। शिक्षक भर्ती घोटाले में मथुरा में 100 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। वहीं फर्जी शिक्षकों को ज्वाइन कराने वाले 80 हेडमास्टर भी जांच के दायरे में हैं। इन सभी को आरोप पत्र दिया गया है। अभी कुछ और शिक्षक जांच के दायरे में आ सकते हैं। एसटीएफ के खुलासे से सामने आए शिक्षक भर्ती घोटाले में एक बार फिर शासन ने स्थानीय अफसरों पर शिकंजा कस दिया है। अभी तक फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को राय मशवरा करने वाले विभाग ने दो दिन के भीतर 100 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में मुकदमा लिखा दिया है।

बीएसए को भेजा पत्र

अपर मुख्य सचिव की ओर से सभी बीएसए को भी पत्र भेजा गया है।इसमें सभी बीएसए को निर्देश दिए गए हैं कि वह ऐसे शिक्षकों का ब्यौरा एसटीएफ और शासन को दें, जिन्होंने हाईस्कूल, इंटर, स्नातक, बीएड, बीटीसी आदि के प्रमाण पत्र की दूसरी प्रति लगाकर नौकरी हासिल की है। उन शिक्षकों का ब्यौरा देने के लिए भी कहा गया है जिन्होंने वित्त और लेखाधिकारी के यहां अपना पैन नंबर बदलवाया है। ऐसे शिक्षकों की सूची बनाकर 1 हफ्ते में देने के लिए कहा गया है।

जिलाधिकारियों से मांगी गई ये जानकारियां

– जिले में कितने फर्जी शिक्षक चिन्हित किए गए नाम सहित बताएं?
– कितनों के खिलाफ अबतक मुकदमा दर्ज कराया गया?
– कितने फर्जी शिक्षकों को अबतक जेल भेजा गया?
– कितने शिक्षकों से वेतन और भत्तों की वसूली की गई?
– फर्जी नियुक्ति के रैकेट में कितने कर्मचारी/दलाल चिन्हित किए गए?
– इनमें से कितनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया?

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