Breaking News

Winter Session के पहले दिन सपाईयों ने दिया धरना

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के Winter Session शीतकालीन सत्र के पहले दिन समाजवादी विधानमण्डल दल की ओर से आज विधान भवन स्थित पूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह की प्रतिमा स्थल के पास भाजपा सरकार की किसान विरोधी, जनविरोधी नीतियें के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारी धान, आलू, प्याज की टोकरियां तथा गन्ने लिए हुए थे। कुछ ने आलू, प्याज की मालाएं भी पहन रखी थी। यह धरना-प्रदर्शन 9ः30 बजे से शुरू होकर 10ः45 बजे दिन तक चलता रहा।

Winter Session  के

शीतकालीन सत्र Winter Session के पहले दिन से पहले हुए प्रदर्शन में विधानसभा तथा विधान परिषद के सदस्य शामिल थे। जिनका नेतृत्व नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन ने किया। उनके साथ विधानसभा में उप नेता श्री इकबाल तथा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेश उत्तम पटेल भी शामिल रहे।

श्री हसन ने कहा कि सरकार विपक्ष का सामना नहीं करना चाहती है। विधानमण्डल के सत्र को छोटा कर लोकतंत्रीय व्यवस्था का मजाक बनाया जा रहा है। जनता में भाजपा की गलत नीतियों से भारी आक्रोश है। किसान, नौजवान, अल्पसंख्यक, महिलाएं, व्यापारी, कर्मचारी, शिक्षक सभी परेशान हैं। आज का यह प्रदर्शन जनता के आक्रोश का ही प्रदर्शन है।

किसान विरोधी ये सरकार

किसान विरोधी ये सरकार नहीं चलेगी नहीं चलेगी, योगी सरकार भ्रष्ट है, कानून व्यवस्था ध्वस्त है। सस्ता आलू, मंहगा बालू, नहीं बिकेगा, नहीं बिकेगा, गैस मंहगी हो गई, किसान विरोधी है सरकार, लिखी तख्तियों के साथ समाजवादी पार्टी नेताओं ने कहा कि आम जनता भाजपा की कुनीतियों से त्रस्त है और कानून व्यवस्था ध्वस्त है। धान की खरीद नहीं हो रही है, गन्ना किसान की पर्चियां नहीं बंट रही है। खाद मंहगी है। भर्तियों में भ्रष्टाचार है। हत्या, लूट, अपहरण, बलात्कार बेलगाम हैं पुलिस फर्जी एनकाउण्टर कर रही है। जीएसटी-नोटबंदी से अर्थव्यवस्था चैपट है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि भाजपा की सरकार में चारों ओर अराजकता व्याप्त है। नवम्बर तक गन्ना किसानों के भुगतान का वादा भाजपा ने किया था पर आधा दिसम्बर बीत गया अब तक बकाया भुगतान नहीं हुआ।

 

About Samar Saleel

Check Also

मतदाताओं का बड़े दलों पर भरोसा कायम, इस बार साफ नहीं मिजाज, अब तक ये रहा है इतिहास

सीतापुर: संसदीय सीट सीतापुर के मतदाताओं ने आजादी के बाद से अब तक बड़े दलों ...