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Principal Secretary पर रिश्वत का आरोप लगाने वाले अभिषेक को पुलिस ने उठाया

लखनऊ। मुख्यमंत्री के Principal Secretary एसपी गोयल पर 25 लाख का रिश्वत मांगने का आरोप लगाने के मामले में गाज़ीपुर पुलिस ने इंदिरानगर निवासी अभिषेक गुप्ता को उठाया। हालाँकि आधिकारिक तौर पर किसी भी सक्षम अधिकारी ने इस मामले पर आधिकारिक पुष्टि करने से इनकार कर दिया।

Principal Secretary पर 25 लाख रिश्वत का आरोप

गौरतलब हो कि इंदिरानगर में रहने वाले अभिषेक गुप्ता ने बीते 18 अप्रैल को राज्यपाल को एक ईमेल करके शिकायत की थी, जिसमें उन्होंने हरदोई के संडीला तहसील में रैसो में एस्सार आयल द्वारा स्वीकृत पेट्रोल पम्प का जिक्र करते हुए प्रमुख सचिव पर स्वीकृति के एवज में 25 लाख रूपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था।

क्या था मामला

पेट्रोल पम्प के मुख्य मार्ग की चौड़ाई कम होने के चलते आवश्यक भूमि के आवेदन सम्बन्धी मामला प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री स्तर पर लंबित था। बीती रात बीजेपी पार्टी कार्यालय प्रभारी विवेक दीक्षित द्वारा एसएसपी को एक लिखित प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया गया की अभिषेक गुप्ता द्वारा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का नाम लेकर अधिकारीयों को अर्दब में लेते हुए जबरन कार्य करवाने का दबाव बनाया जाता है , जिसको संज्ञान में लेते हुए अभिषेक गुप्ता के खिलाफ हज़रतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया।

राज्यपाल का पत्र

इस मामले को संज्ञान में लेते हुए 30 अप्रैल को राज्यपाल द्वारा सीएम को लिखे गए पत्र में कहा गया की पेट्रोल पम्प के मुख्य मार्ग की चौड़ाई बढ़ने के लिए प्रमुख सचिव एसपी गोयल द्वारा 25 लाख की मांग की गयी है।

कैसे हुआ खुलासा

पत्र के सार्वजानिक होने के बाद सीएम के सूचना सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने सरकार का पक्ष रखते हुए सफाई दी कि ये सरकार की छवि को धूमिल करने की कोशिश है। जिसकी जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी स्पष्ट हो जायेगा।

परिजनों का आरोप

आज इसी कड़ी में शिकायतकर्ता अभिषेक गुप्ता को गाज़ीपुर थाने की पुलिस ने उनके घर से उठा लिया। इसके बाद सूचना पाकर मौके पर पहुंचे अभिषेक गुप्ता के परिजनों व समर्थकों ने थाने का घेरावकर सरकार विरोधी नारेबाजी शुरू करते हुए पुलिस पर जबरन अभिषेक को फसाये जाने का आरोप लगाया। अभिषेक के परिजनों का आरोप है कि ये पूर्व प्रचलित है जो भी सत्ता के शीर्ष पर बैठे भ्रष्ट लोगों के खिलाफ आरोप लगाएगा उनका मुँह बंद करने के लिए सरकार हमेशा से ही इस तरह की कार्यवाही करते हुए पीड़ित पक्ष के खिलाफ ही मुक़दमा दर्ज करती आयी है।परिजनों ने थाने में सुनवाई न होता देख मुख्यमंत्री से फरियाद लगाने के लिए उनके आवास जाने की बात कही।

एसएसपी का बयान

एसएसपी दीपक कुमार ने एक वीडियो जारी करते हुए अभिषेक गुप्ता को पूछताछ के लिए थाने पर बुलाये जाने की पुष्टि की है।

जिम्मेदार अनभिज्ञ

सीओ गाज़ीपुर अवनीश्वर चंद्र श्रीवास्तव से जब इस सन्दर्भ में बात की गयी तो उन्होंने पश्चिमी क्षेत्र में ड्यूटी का हवाला देते हुए इस मामले में अनभिज्ञता ज़ाहिर की। वहीं गाज़ीपुर थाना प्रभारी सुजीत कुमार राय को जब मामले की जानकारी के लिए संवाददाता द्वारा फ़ोन मिलाया गया तो क्षेत्र में कानून व्ववस्था के प्रति प्रतिबद्ध प्रभारी ने फ़ोन उठाने की ज़हमत तक नहीं समझी।

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