क्या लड़की होना पाप है? कोई गुनाह है? आखिर क्यों लड़की को यह बार-बार एहसास दिलाया जाता है कि वह एक लड़की है? लड़कियों को बचपन से ही इस तरह से ढाला जाता है कि वह सिर्फ घर के कामों के लिए ही बनी है. बाहर की दुनिया से उनका ...
Read More »Tag Archives: बाल विवाह
सफ़लता के लिए राज्यपाल के सुझाव
लखनऊ। पिछले दिन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने यहां नैक मूल्यांकन में उच्चतम ‘ए प्लस प्लस‘ ग्रेड प्राप्त महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली की नैक टीम को बधाई व प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया था। उक्त अवसर पर उन्होंने कहा था कि नैक मूल्यांकन हेतु की गई तैयारियों ने विश्वविद्यालय में ...
Read More »लड़कियों की शिक्षा के लिए उचित परिवेश की जरूरत
बालिका शिक्षा में निवेश से न केवल समुदाय बल्कि देश और पूरी दुनिया का नक्शा बदल सकता है. इससे बाल विवाह की संभावना कम और स्वस्थ जीवन जीने की संभावना अधिक हो जाती है. वे उच्च आय अर्जित करती हैं एवं उन निर्णयों में भाग लेती हैं जो उन्हें सबसे ...
Read More »जीविका से गरीब महिलाओं को मिल रही आजीविका
तमाम सरकारी व गैर सरकारी प्रयासों के बाद भी अपना देश निर्धनता के दंश से अभी तक उबरा नहीं है. गरीबी उन्मूलन जैसे सरकारी कार्यक्रम बस एक ख्याली नारा बनकर रह गया है. ग्रामीण भारत की एक बड़ी आबादी आज भी आर्थिक समस्याओं से जूझ रही है. भुखमरी, कुपोषण, अशिक्षा ...
Read More »गांवों में लड़कियों की उच्च शिक्षा के प्रति उदासीनता
किसी भी देश के विकास के लिए यह आवश्यक है कि उसके सभी नागरिक समान रूप से शिक्षित और दक्ष हों. चाहे वह शहरी क्षेत्र से हों या ग्रामीण, पुरुष हों या महिला. सभी बिना किसी भेदभाव और बाधा के सभी क्षेत्र में पारंगत हों. इसका अर्थ है कि विकास ...
Read More »नारीवाद, भारतीय महिला और पवित्रता
मूल तौर पर, भारतीय महिलाएं, यहां तक कि महिलाओं के अधिकारों और समानता की समर्थक भी, नारीवादी शब्द का विरोध करती हैं, जो अक्सर आक्रामकता, यौन अनुमति, निर्लज्जता और स्त्री गुणों की कमी से जुड़ा होता है; नारीवादियों को मातृत्व, पारिवारिक मूल्यों और पुरुषों के खिलाफ माना जाता है। कई ...
Read More »बाल विवाह: हजारों सपने टूट जाते हैं!
पहले हमारे देश में जब लड़कियों की शादी होती थी तो उनकी उम्र बारह से तेरह साल के आसपास होती थी. जिसके कारण उनमें शिक्षा और जागरूकता का अभाव था. लेकिन समय के साथ-साथ लोगों में सामान्य शिक्षा के कारण रूढ़िवादी सोच और परंपरा में कई बदलाव होने लगे. इसके ...
Read More »‘गपशप लंच’ के तहत महिलाओं से जुड़ी गंभीर समस्याओं के बारे में हुई चर्चा
कानपुर नगर। जनपद में शनिवार को जिला प्रोबेशन अधिकारी के निर्देशानुसार महिला शक्ति केंद्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह पर थीम “गपशप लंच” के तहत समाज में फैली कुरीतियों महिला शोषण, घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह आदि सभी महिलाओं से जुड़ी गंभीर समस्याओं के बारे में ...
Read More »बाल विवाह को ना कहती किशोरियां
बाल विवाह के खिलाफ असम सरकार का सख्त फैसला इस वक़्त देश और दुनिया में सुर्खियां बनी हुई है. यह शायद पहला मौका है जब किसी राज्य सरकार ने इस सामाजिक बुराई के खिलाफ न केवल सख्ती की है बल्कि एक्शन भी लिया है. अब तक करीब तीन हज़ार से ...
Read More »असम में बाल विवाह के खिलाफ ऐक्शन, 2000 से अधिक हो चुकी गिरफ्तारियां
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में बाल विवाह के खिलाफ ऐक्शन पर अपनी पीठ थपथपाते हुए कहा था कि व्यापक कार्रवाई के तहत अभी तक इस मामले में 2000 से अधिक गिरफ्तारियां हो चुकी है। सामाजिक ताने-बाने को कमजोर करती जातिगत कट्टरता लेकिन, क्या पता था कि ...
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