मैं आज जब प्रपंच चबूतरे पर पहुंचा। तब चतुरी चाचा चबूतरे के पास बेल का पौधा रोप रहे थे। बड़के दद्दा और ककुवा बेल लगाने में मदद कर रहे थे। चाचा पौधे में पानी डालते हुए बोले- रिपोर्टर, कुछ दिनन बादि बेलपत्र अउ बेल दुआरेन मिली। अपने मोहल्ले मा एकव ...
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