महर्षि वेदव्यास महाभारत का आरम्भ प्रथम अध्याय के प्रथम श्लोक में नारायणं नमस्कृत्य नरं चैव नरोत्तमम्। देवीं सरस्वतीं व्यासं ततो जयमुदीरयेत्।। श्रीकृष्ण के नारायणस्वरूप के स्मरण के साथ ज्ञान की देवी सरस्वती से कर गणेश का स्मरण नही करते है। श्रीनारायण भगवान् श्रीकृष्ण, उनके नित्यसखा नरस्वरूप अर्जुन, की लीला प्रकट करने वाली भगवती सरस्वती और ...
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