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अंकुरित आनाज हैं लाभकारी

आज के व्यस्त जीवन में समय की कमी के कारण फास्ट फूड हमारे जीवन में गहरी पैठ बना चुका है। कुछ लोग आधुनिकता के मोह के कारण भी इस ओर खिंचते हैं। बड़े शहरों में इनका प्रयोग ज्यादा होता है। आज की फास्टफूड संस्कृति में किसी को भी श्लिविंग फूडश् का ख्याल ही नहीं आता। परन्तु क्या आप जानते हैं कि इस प्रकार के भोजन में क्षारीय प्रोटीन तथा विटामिन युक्त तत्वों का अभाव होता है इन खाद्य पदार्थों में अम्लीय तथा देर से पचने वाले तत्वों की मात्रा ज्यादा होती है। देर से पचने वाले ये तत्व आंतों में चिपक जाते हैं और वहीं सड़ते रहते हैं, जिस कारण ज्यादातर रोग जन्म लेते हैं। इसका अर्थ है इस प्रकार के खाद्य पदार्थ भूख तो मिटाते हैं परन्तु इससे हमें कोई लाभ नहीं होता।
प्राकृतिक चिकित्सा के अनुसार, दोषपूर्ण खान−पान रहन−सहन तथा सोच−विचार की आदत के कारण ही ज्यादातर रोग जन्म लेते हैं। दोषपूर्ण खानपान के कारण पेट से संबंधित कई बीमारियां आज आम हो गई हैं। इसके कारण मोटापा, कब्ज, मधुमेह, बवासीर जैसी कई अन्य बीमारियां भी आम होती जा रही हैं। प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति के अनुसार भोजन में सभी तत्वों का संतुलन बनाए रखने के लिए अंकुरित आहार का प्रयोग किया जा सकता है। आयुर्वेद में अंकुरित आहार को अमृताहार की संज्ञा दी गई है। वास्तव में अंकुरित आहार उच्च खाद्य माने जाने वाले पोषक तत्वों का मुख्य स्रोत है। अंकुरित आहार क्षारीय प्रकृति के होते हैं। शरीर को शुद्ध करना, स्वास्थ्य के सुधार और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में अंकुरित आहार विशेष रूप से सहायक होता है। दैनिक आहार में अंकुरित अनाज का समावेश किया जाना लाभकारी होता है क्योंकि इससे आहार का पोषण मूल्य बढ़ता है।
अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमारे भोजन का अस्सी प्रतिशत भाग क्षारीय तथा बीस प्रतिशत भाग अम्लीय होना चाहिए। इस संतुलन को बनाए रखने के लिए भोजन में कच्चे आहार तथा अंकुरित आहार का प्रयोग सर्वोत्तम माना गया है। हम सभी के मन में यह प्रश्न उठना स्वाभाविक ही है कि अंकुरित आहार में पोषण के तत्व कैसे पैदा होते हैं? दरअसल सभी बीज सामान्य रूप से निष्क्रिय अवस्था में पड़े रहते हैं। इन बीजों के अंदर संरक्षित जीवन की उत्पत्ति के कारक तत्व अनुकूल परिस्थितियां पाते ही सक्रिय हो जाते हैं। अमृताहार में बीजों तथा दालों के अंदर स्थित निष्क्रिय तत्वों को सक्रिय कर आहार के रूप में प्रयोग किया जाता है।

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