अक्षय ऊर्जा प्रमाणपत्रों की बिक्री अगस्त में 47 प्रतिशत से अधिक गिरकर 4.3 लाख इकाई रही। इसकी अहम वजह आपूर्ति में कमी आना है। पिछले साल इसी माह में इनकी बिक्री 8.19 लाख इकाई रही थी। देश में अक्षय ऊर्जा प्रमाणपत्रों की खरीद-फरोख्त के लिए इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (आईईएक्स) और पावर एक्सचेंज ऑफ इंडिया (पीएक्सआईएल) काम कर रही हैं। अक्षय ऊर्जा प्रमाणपत्रों की खरीद-फरोख्त हर माह के अंतिम बुधवार को होती है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार आईईएक्स पर अगस्त में कुल 2.93 लाख और पीएक्सआईएल पर 1.37 लाख अक्षय ऊर्जा प्रमाणपत्रों की बिक्री हुई जो पिछले साल इसी माह में क्रमश: 5.07 लाख और 3.12 लाख इकाई थी।
आईईएक्स के आंकड़ों के मुताबिक गैर-सौर और सौर नवीकरणीय ऊर्जा प्रमाणपत्रों की कम आपूर्ति जारी है। खरीद फरोख्त के दौरान इनकी लिवाली बोलियां इनकी बिकवाली बोलियों को पार कर गयीं। इनके लिए 12.03 लाख लिवाली बोलियां आयीं जबकि बिकवाली बोलियां 3.46 लाख रहीं।
इसी तरह पीएक्सआईएल पर लिवाली बोलियां 3.39 लाख अक्षय ऊर्जा प्रमाणपत्र रही जबकि बिकवाली बोलियां 1.66 लाख प्रमाणपत्र की रहीं।