दिमागी कार्य करने वाले लाेगाें और लंबे समय तक पढ़ाई में लगे रहने से बच्चों को मानसिक रूप से थकान होना स्वाभाविक है.जिसका सीधा प्रभाव उनके कार्य करने के ढंग पर पड़ता है. इसलिए महत्वपूर्ण की वे अपनी मानसिक स्थिति काे मजबूत बनाए रखें. ऐसे में कुछ योगासन व प्राणायाम मददगार हो सकते हैं.आइए जाने उनके बारे में :-वज्रासन : बढ़ेगी एकाग्रता
इसके एक्सरसाइज से हाथ-पैर मजबूत होने के साथ ही शारीरिक व मानसिक संतुलन बना रहेगा. दिमागी थकान दूर होकर एकाग्रतक्षमता बढ़ेगी.
ऐसे करें: जमीन पर घुटनों को मोड़कर बैठ जाएं. दोनों पैरों को पीछे की ओर थोड़ा फैलाकर बैठें ताकि कूल्हे जमीन पर टिक जाएं. दोनों हाथों को घुटनों की सीध में तानकर रखें. आंखें बंद करते हुए कंधों को ढीला छोड़कर कमर सीधी रखें. इस मुद्रा में 30 सेकंड से एक मिनट तक बने रहें व रिलैक्स हो जाएं.
ध्यान रखें: घुटनों या टखनों में यदि कोई कठिनाई हो तो इसका एक्सरसाइज न करें.
उज्जायी प्राणायाम : सकारात्मक बनें
दिमागी क्षमता को बढ़ाने के साथ यह सोच को सकारात्मक बनाता है. लंबी व गहरी सांस लेने से फेफड़े स्वस्थ रहेंगे व शरीर में ऊर्जा बनी रहेगी.
ऐसे करें: पद्मासन या सुखासन में बैठकर हथेलियों को घुटनों पर ज्ञान मुद्रा में रखें. नाक से गहरी सांस लेने और छोडऩे की क्रिया करें. सांस लेने के दौरान हवा को गले में महसूस करने के साथ सरसराहट की आवाज का अहसास करें. इस दौरान हवा नाक में ज्यादा महसूस न हो. फिर नाक के बाएं नथुने से सांस छोड़ें.
ध्यान रखें: हाई ब्लड प्रेशर के अतिरिक्त दिल संबंधी या सांस लेने में तकलीफ हो तो इसे न करें.
पावर योग : थकान-तनाव दूर करे
यह एक मॉडर्न योग है. पढ़ाई के दौरान यदि थकान, तनाव या असहजता महसूस हो तो इसे 5-10 मिनट के लिए कर सकते हैं. इस योग में स्ट्रेचिंग व वॉर्मअप दोनों शामिल होते हैं.
ऐसे करें: ताड़ासन, वृक्षासन, धनुरासन, हलासन, सूर्यनमस्कार आदि करने के दौरान मॉडर्न अभ्यास के रूप में स्क्वैट्स, लंजेस, पुशअप्स, पुलअप्स कर सकते हैं.ताड़ासन की मुद्रा में खड़े होकर 20-25 बार स्क्वैट्स कर सकते हैं. साथ ही सूर्यनमस्कार के साथ स्क्वैट्स या पुशअप्स भी लगा सकते हैं.