दुनिया में हर किसी का सपना होता है कि वह उच्च एजुकेशन के लिए विदेश में जाकर पढ़े, लेकिन हर किसा का यह सपना पूरा नहीं हो पाता. आज के समय में शिक्षा कर्ज़ की मदद से यह सपना सरलता से पूरा होने कि सम्भावना है. जी हां आज हम आपको भारतीय स्टेट बैंक की तरफ से पेश किए जाने वाले SBI Global Ed-Vantage Loan के बारे में बता रहे हैं, जिसके जरिए आप सरलता से विदेश में उच्च एजुकेशन ग्रहण कर सकते हैं और नौकरी लगने के बाद इस पैसे को सरलता से ईएमआई के जरिए चुका सकते हैं.आइए जानते हैं कैसे एसबीआई का यह शिक्षा कर्ज़ ले सकते हैं व इसका प्रोसेस क्या है.जरूरी बातें:
इन कोर्स के लिए ले सकते हैं लोन:
यूएसए, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, सिंगापुर, जापान, हांगकांग व न्यूजीलैंड जैसे राष्ट्रों के संस्थानों/यूनिवर्सिटी की तरफ से पेश किसी भी संबंध में रेगुलरग्रेजुएट/पोस्ट ग्रेजुएट/ डॉक्टरेट कोर्स आदि कर सकते हैं.
क्या है शामिल:
कॉलेज/स्कूल/होस्टल की फीस शामिल है.
एग्जामिनेशन/लाइब्रेरी/लेबोरेटरी फीस शामिल है.
विदेश में स्टडी के लिए ट्रेवल का खर्च शामिल है.
किताबें/उपकरणों/उपकरणों/यूनिफोर्म/कंप्यूटर की खरीद का खर्च, अगर कोर्स पूरा करने के लिए आवश्यक अन्य किसी भी खर्च जैसे कि स्टडी टूर, प्रोजेक्ट वर्क, थीसिसआदि शामिल हैं. इस सब को कोर्स के दौरान ट्यूशन फीस का 20 फीसद ही होना चाहिए.
सिक्योरिटी:
जमानत सिक्योरिटी
थर्ड पार्टी (माता-पिता के अलावा) पेश की गई सिक्योरिटी भी शामिल है.
री-पेमेंट:
ब्याज व मूलधन को आपस में जोड़ा जाएगा व ईएमआई में कंवर्ट किया जाएगा.
कोर्स पूरा होने के 6 माह के बाद कर्ज़ री-पेमेंट प्रारम्भ होगा.
अधिकतम 15 वर्षों में कर्ज़ चुकाया जा सकता है.