भारतीय विश्वविद्यालय संघ का 92वें अधिवेशन का आगाज तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के उद्घाटन समारोह द्वारा किया गया। यह अधिवेशन Saranath में किया जा रहा जो की 19 मार्च से 21 मार्च तक चलेगा। इस अधिवेशन में देश-विदेश से कुलपति और शिक्षाविद भी शामिल हुए हैं। इस अधिवेशन का मुख्य उद्देश्य भारत को दोबारा विश्वगुरु बनाने के लिए उचित चर्चा करनी है।
जाने Saranath में भारतीय विश्वविद्यालय संघ के बारे में
- सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम,1860 के तहत भारतीय विश्वविद्यालय संघ पंजीकृत हुआ था।
- इसमें संघ के वित्तपोषण के लिए खुद विश्वविद्यालयों के सदस्य वार्षिक चंदे देते हैं।
- यहां इस मंच द्वारा विश्वविद्यालयों व बड़े संस्थानों के शिक्षाविदों के विचारों के आदान-प्रदान का सुनहरा मौका दिया जाता है।
- इसमें दुनिया की कई बड़ी यूनिवर्सिटीज शामिल हैं।
- यहां से यूनिवर्सिटी हैंडबुक, यूनिवर्सिटी-न्यूज जैसे विशेष अंक पब्लिश होते हैं।
नवाचार, उद्यमशीलता जैसे विषय हैं शामिल
एमिटी विश्वविद्यालय गुरुग्राम के कुलपति व भारतीय विश्वविद्यालय संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर पीबी शर्मा के अनुसार ,”यह अधिवेशन 21 मार्च तक चलेगा। इस तीन दिवसीय अधिवेशन में नवाचार, उद्यमशीलता के अलावा उच्च शिक्षा विषयों पर विचार-विमर्श शामिल किया गया है। ”
उन्होंने ये भी बताया की इस चर्चा में भारत दोबारा विश्वगुरु बनने की ओर तेजी से कैसे बढे इसकी भी चर्चा होगी।
वहीँ बता दें कि दलाई लामा ने भारतीय विश्वविद्यालय संघ द्वारा प्रकाशित यूनिवर्सिटी न्यूज नामक सामयिकी के विशेष अंक का भी विमोचन किया।