उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी आज सोमवार को शीतकाल के लिए पर्यटकों के बंद हो गयी । इस बार 2022 में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक फूलों की घाटी में पहुंचे। कोरोना काल के बाद विश्व धरोहर फूलों की घाटी में इस बार रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक पहुंचे हैं। अब तक 20,827 देशी विदेशी पर्यटको ने घाटी का दीदार कर चुके है।
इस वर्ष घाटी में सबसे अधिक पर्यटकों के आने का रिकॉर्ड है, जिसमें 280 विदेशी पर्यटक है। वन विभाग के आंकड़े के अनुसार इस बार 20 हजार 827 पर्यटक फूलों की घाटी में प्रकृति और हिमालयी फूलों के दीदार करने आये। इनमे 280 विदेशी भी थे।फूलों की घाटी आज सोमवार को शीतकाल में पर्यटकों के लिए बंद कर दी गई।
समुद्र तल से तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित फूलों की घाटी मेंं तेंदुए, कस्तूरी मृग और नीली भेड़ जैसी प्रजातियां भी पाई जाती हैं। फूलों की घाटी 87.50 वर्ग किमी के विस्तार में फैली हुई है। इसे 2005 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था।
केवल पैदल ही पहुंचा जा सकता है। फूलों की घाटी में सत्रह किलोमीटर लंबा टै्रक है जो घांघरिया से शुरू होता है, जहां जोशीमठ के पास एक छोटी सी बस्ती गोविंदघाट से ट्रेक के जरिए पहुंचा जा सकता है। फूलों की घाटी में प्रवेश के लिए राज्य के वन विभाग से परमिट की आवश्यकता होती है।