उन्नाव जिले में बलात्कार पीड़िता को जलाकर मार डालने के मामले में संबंधित थानाध्यक्ष समेत सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। गृह विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि उन्नाव के बिहार थाना अध्यक्ष अजय कुमार त्रिपाठी और छह अन्य पुलिसकर्मियों को उन्नाव मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में रविवार को निलंबित कर दिया गया। यह कार्रवाई गत गुरुवार को आग के हवाले की गई 23 वर्षीय बलात्कार पीड़िता का अंतिम संस्कार किए जाने के बाद देर रात की गई।
उल्लेखनीय है कि पीड़िता के साथ हुई घटना के मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्थानीय पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए सरकार को घेरा था। अखिलेश और प्रियंका ने कहा था कि स्थानीय पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और शिकायत के चार महीने बाद तक मुकदमा दर्ज नहीं किया। बाद में अदालत के आदेश पर प्राथमिकी पंजीकृत की गई।
उन्नाव में बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती को पांच लोगों ने गत गुरुवार को तड़के चार बजे आग के हवाले कर दिया था। करीब 90 प्रतिशत तक झुलस चुकी उस लड़की ने शुक्रवार देर रात दिल्ली के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया था। लड़की ने आरोपियों में से दो पर पूर्व में बलात्कार का मामला दर्ज कराया था। पीड़िता के परिजन का आरोप था कि पुलिस ने आरोपियों के साथ मिलीभगत कर परिवार का उत्पीड़न किया।