पूर्व वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने बड़ा खुलासा किया है. 2008 मुंबई आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के आंतकी कैंपों पर हमले का प्रस्ताव था. इंडियन एयरफोर्स ने तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार के सामने प्लान रखा था, मगर मंजूरी नहीं मिली. धनोआ ने मुंबई के एक कॉलेज में यह बात कही.
धनोआ ने कहा, “हमें पता था कि पाकिस्तान में टेरर कैंप्स कहां-कहां पर हैं, हम तैयार थे. लेकिन ये एक राजनीतिक फैसला है कि आपको स्ट्राइक करना है या नहीं.” उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हमले के बाद भी IAF ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक्स का प्रस्ताव दिया था.
धनोआ ने कहा कि इस्लामाबाद कश्मीर मसले को सुलगाए रखेगा. उन्होंने कहा, “अगर शांति आ जाएगी तो पाकिस्तान की बहुत सी प्रिवेलेजेज (विशेष अधिकार) खत्म हो जाएंगी.” उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी प्रॉपेगेंडा वॉर में लगा हुआ है और हमले जारी रखेगा.
पूर्व IAF चीफ ने कहा कि बालाकोट एयर स्ट्राइक (26 फरवरी, 2019) के बाद पाकिस्तान हैरान रह गया था. उन्होंने कहा कि भारत के सामने चुनौती ये है कि उसके दो पड़ोसी न्यूक्लियर पावर से लैस हैं.