यूक्रेन के साथ तनाव के बीच रूस ने जासूसी के आरोप में मंगलवार को ब्रिटेन के एक राजनयिक को निष्कासित कर दिया। यह ताजा कदम दोनों देशों के संबंधों में तनाव को बढ़ा सकता है। रूस की एफएसबी सिक्योरिटी सर्विस ने आरोप लगाया कि इस राजनयिक ने रूस में प्रवेश करते समय जानबूझकर झूठी जानकारी दी थी और यह भी पता चला कि वह रूस की सुरक्षा के लिए खतरा था, क्योंकि वह खुफिया और विध्वंसक गतिविधियों में शामिल था।
रूस के विदेश मंत्रालय ने ब्रिटेन के राजदूत को किया तलब
हालांकि, ब्रिटेन के विदेश में मंत्रालय ने रूस के इस कदम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है और मॉस्को स्थित ब्रिटेन के दूतावास ने भी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा कि मंत्रालय ने ब्रिटेन के राजदूत को तलब किया है। यह एक ऐसा कदम है, जिसका उपयोग मेजबान सरकारें अक्सर कड़ा विरोध जताने के लिए करती हैं। एफएसबी के मुताबिक, ब्रिटेन का यह राजनयिक उस व्यक्ति की जगह आया था, जिसे इस साल पहले जासूसी के आरोप में निष्कासित किया गया था।
यूक्रेन युद्ध के बाद तनावपूर्ण हुए रूस-ब्रिटेन संबंध
यूक्रेन युद्ध के बाद से ब्रिटेन और रूस के संबंध तनावपूर्ण हैं। ब्रिटेन रूस के खिलाफ कई तरह के प्रतिबंध लगाने में शामिल हुआ है और उसने यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति भी की है। हाल ही में रूस ने आरोप लगाया था कि यूक्रेन ने ब्रिटेन की स्टॉर्म शैडो क्रूज मिसाइलों से उसकी सीमा पर हमला किया था।
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कुर्स्क क्षेत्र से पकड़ा गया ब्रिटेन का नागरिक, वीडियो वायरल
इसके अलावा, रूस के पश्चिमी क्षेत्र कुर्स्क में ब्रिटेन के एक नागरिक जेम्स स्कॉट एंडरसन को पकड़ा गया था। रूस का कहना है कि एंडरसन यूक्रेन के लिए लड़ाई में भाग ले रहा था। उस पर आरोप है कि उसने कुर्स्क क्षेत्र में सशस्त्र संघर्ष में हिस्सा लिया। बाद में एंडरसन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ, जिसमें जेम्स एंडरसन के हाथ बंधे हुए थे।
एंडरसन की गिरफ्तारी पर ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने कहा कि उनका देश एंडरसन को सभी जरूरी मदद देगा। रूस के कानून के मुताबिक, जो विदेशी नागरिक यूक्रेन में लड़ाई में भाग लेते हैं, उन्हें भाड़े के सैनिक माना जाता है और उन्हें युद्धबंदियों के रूप में नहीं बल्कि आपराधिक मामलों में अभियुक्त बनाया जाता है।