योग गुरु बाबा रामदेव ने देश में समान नागरिक संहिता (यूनिफॉर्म सिविल कोड-यूसीसी) और जनसंख्या नियंत्रण कानून पर पीएम नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार से मांग की है। कहा कि सरकार को जल्द से जल्द इस ओर प्रभावी कदम उठाकर यह कानून 2024 से पहले लागू कर देना चाहिए।
रामदेव का कहना था कि लोगों का सपना था कि भव्य राम मंदिर का निर्माण उनकी आंखों के सामने हो जाना चाहिए। यह बहुत ही खुशी की बात है कि अगले साल जनवरी में राम मंदिर का लोकार्पण हो जाएगा। देश में अनुच्छेद-370 भी हट गया। अब सिर्फ दो काम बाकी रह गए हैं।
कहा कि सरकार से उम्मीद है कि यूसीसी, और जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने का काम भी लगे हाथ 2024 से पहले हो जाएगा। यह बातें योगगुरु रामदेव ने नौ दिवसीय संन्यास दीक्षा महोत्सव के शुभारंभ के दौरान कहीं। पतंजलि संन्यासाश्रम के पास ऋषिग्राम में योगगुरु रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के सानिध्य में नौ दिवसीय संन्यास दीक्षा महोत्सव का शुभारंभ किया गया।
इस दौरान योगगुरु रामदेव ने कहा कि राम मंदिर की प्रतिष्ठा होगी। राम मंदिर के साथ यह देश का राष्ट्र मंदिर भी बने। साथ ही चरित्र का निर्माण हो, व्यक्तित्व का निर्माण हो और दिव्य नेतृत्व का निर्माण हो। जिस आकांक्षा के साथ लाखों लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी। उनके सपनों का भारत बनाने का कार्य हो रहा है।
यह सनातन की प्रतिष्ठा और गौरव का कार्य हो रहा है। जो लोग राम विरोधी हैं, राष्ट्र विरोधी हैं, उनमें हड़कंप मचा हुआ है कि यह सनातन का गौरव कहां जा कर रुकेगा। राम मंदिर अपनी वैश्विक प्रतिष्ठा के साथ अपनी पूर्णता को प्राप्त करेगा। योगगुरु ने कहा कि पतंजलि में सनातन धर्म को विश्व धर्म के रूप में, युग धर्म के रूप में प्रतिष्ठित करने के लिए संन्यासी दीक्षित हो रहे है।
ऋषियों के प्रतिनिधि हो रहे तैयार योगगुरु ने कहा की दीक्षा महोत्सव में ऋषियों के वंशधर को तैयार किया जा रहा है। ये संन्यासी ऋषियों के प्रतिनिधि, उत्तराधिकारी होंगे। ये संन्यासी सनातन धर्म की पताका, सनातन का झंडा दुनिया में गाढ़ेंगे। ये संन्यासी पतंजलि के भी उत्तराधिकारी बनेंगे।
रामदेव ने बताया कि पतंजलि ऋषिग्राम में 60 युवक और 40 युवतियां संन्यास की दीक्षा लेंगी। स्वामी रामदेव सभी को संन्यास की दीक्षा देंगे। वहीं, 500 युवक और युवतियों को महोत्सव में ब्रह्मचर्य की दीक्षा दी जाएगी। आचार्य बालकृष्ण इन 500 युवक और युवतियों को ब्रह्मचर्य की दीक्षा देंगे। योगगुरु रामदेव ने बताया कि संन्यास दीक्षा महोत्सव में सभी समाज के युवक और युवतियों को दीक्षित किया जा रहा है।
संन्यास पाने वाले युवक और युवतियों के लिए ऋषिग्राम को बसाया गया है। नौ दिनों तक दीक्षा गृहण करने वाले युवक और युवतियां ऋषिग्राम में उपवास और उपासना करेंगे। चारों वेदों का अनुष्ठान किया जाएगा। सभी युवक-युवतियां नौ दिन ऋषिग्राम में रहेंगे।