इंटेलीजेंस फर्म ‘रिकॉर्डेड फ्यूचर इंक’ ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि चीन ने साइबर जासूसी अभियान के तहत भारत के बिजली सेक्टर को निशाना बनाया है. ‘रिकॉर्डेड फ्यूचर’ की रिपोर्ट के हवाले से ब्लूमबर्ग में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि उत्तर भारत के कम से कम 7 लोड डिस्पैच सेंटर्स चीन की सरकार द्वारा प्रायोजित हैकर्स के निशाने पर थे.
इन लोड डिस्पैच सेंटर्स का काम पूरे लद्दाख और यहां चीन सीमा के पास मौजूद इलाकों में ग्रिड नियंत्रण और बिजली पहुंचाने के लिए रियल टाइम ऑपरेशनों को अंजाम देना है.
इन लोड डिस्पैच सेंटर्स में से एक पर पहले भी हैकिंग ग्रुप RedEcho द्वारा अटैक किया जा चुका है. रिकॉर्डेड फ्यूचर की रिपोर्ट के मुताबिक ये हैकर्स एक बड़े हैकिंग ग्रुप से संबंध रखते हैं. वहीं, अमेरिका भी मानता है कि हैकिंग ग्रुप का सीधा संबंध चीनी सरकार से है.
रिपोर्ट के मुताबिक, यह सॉफ्टवेयर पहले चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी और डिफेंस मिनिस्ट्री इस्तेमाल कर चुके हैं. रिकॉर्डेड फ्यूचर की रिपोर्ट का कहना है कि डिस्पैच सेंटर्स को निशाना बनाकर महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के आसपास की जानकारी एकत्र की गई होगी या फिर भविष्य में कहां क्या योजनाएं बनाई जा रही हैं.