उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से खौफनाक वारदात सामने आई है। यहां एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर दो महिलाओं को मौत को घाट उतार दिया, जबकि इनके हमले में तीन बच्चे गंभीर रुप से घायल हो गए। बताया जा रहा है कि गाजियाबाद के शताब्दीपुरम इलाके में घर में घुसकर 3 बच्चों समेत 5 लोगों पर जानलेवा हमला किया गया। जिसमें एक महिला और ट्यूशन पढ़ाने आई युवती की मौत हो गई। वहीं तीनों बच्चों के हालत गंभीर बताई जा रही है।
हालांकि गाजिबाद पुलिस ने चंद घटों में इस डबल मर्डर की गुत्थी सुलझा ली। पुलिस ने खुलासा किया है कि वारदात को अंजाम लूट के इरादे से दिया गया। एसएसपी गाजियाबाद कलानिधि नैथानी ने बताया कि सिहानी गेट थानाक्षेत्र स्थित लाल क्वार्टर इलाके में रहने वाली उमा ने अपने प्रेमी सोनू के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। उमा पीड़ित परिवार की दूर की रिश्तेदार भी है। पुलिस वारदात में प्रयुक्त पिस्टल, सिलबट्टा व चाकू के अलावा लूटी गई नगदी और जेवर भी बरामद कर लिए गए हैं। एसएसपी ने बताया कि आरोपित सोनू को मुठभेड़ के बाद मसूरी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया, जबकि उमा को लाल क्वार्टर स्थित उसके घर से। लूटी गई नगदी व जेवर उमा के घर से ही बरामद किए गए हैं।
शनिवार रात करीब नौ बजे दिल दहला देने वाली घटना हुई। महिला और किशोरी की धारदार हथियार से हत्या कर दी। जबकि तीन बच्चों को गंभीर रूप से घायल कर दिया, जिन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूचना पर आईजी प्रवीण कुमार और एसएसपी कलानिधि नैथानी मौके पर पहुंचे। अस्पताल में भर्ती एक बच्ची के बयान के आधार पर माना जा रहा है कि हत्यारे नजदीकी हैं। लेकिन देर रात मृतका डोली की बेटी गौरी जो घटना की चश्मदीद है उसके बयान ने पूरी घटना का पर्दाफाश कर दिया। उसने ही पुलिस को बताया था कि लाल क्वार्टर में रहने वाले अंकल-आंटी ने घटना को अंजाम दिया है। इसके बाद एसएसपी ने दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमों का गठन किया और घटना के कुछ घंटे बाद ही दोनों को दबोच लिया।
अपने प्रेमी के साथ लूट और हत्या की वारदात को अंजाम देने वाली उमा ने बताया कि उसने इस वारदात को अंजाम देने के लिए काफी पहले से योजना तैयार की थी और अपने प्रेमी सोनू नाम के युवक के साथ मिलकर शनिवार की देर रात दोनों ही उनके घर पर गए। वहां पहले दोनों ने चाय पी और इसी दौरान उसके प्रेमी सोनू ने घर में मौजूद महिला और ट्यूशन पढ़ाने वाली टीचर को गोली मार दी। इसके बाद चाकू और सिलबट्टे से उनकी हत्या कर दी गई। इस दौरान तीनों बच्चे भी घायल हो गए थे। उसके बाद घर में रखी ज्वेलरी लेकर वह फरार हो गए थे।