रायबरेली। मौजूदा समय में नगर पंचायत के अंदर कहने को तो सब चाक-चौबंद नजर आ रहा है शव वाहन से लेकर जलापूर्ति टैंकर, जेसीबी तक दिखाई पड़ रही है। परंतु इसका खामियाजा बछरावां मोहल्ले के कुटी निवासी लगातार भुगत रहे हैं। कस्बे के अंदर पानी की टंकी के अगल-बगल तीन तालाब स्थित है। बुलाकेश्वर मंदिर के पास स्थित तालाब के अंदर कसरावां तथा इससे आगे तक का पानी आता था, और वहां से वह पानी उत्कर्ष इंटर कॉलेज के आगे स्थित तालाब से होता हुआ आदि नगर के पीछे स्थित तालाब में पहुंचता था, और वहां से शिवगढ़ मार्ग होकर होता हुआ लखनऊ मार्ग को पार करता हुआ आगे निकल जाता था। परंतु विडंबना यह रही कि दोनों तरफ के जल निकासी के रास्तों पर बड़े-बड़े भवन खड़े कर दिए गए।
यहां तक की दोनों तरफ के जल निकासी पर नाले के ऊपर बिल्डिंग खड़ी हो गई हैं, यह निर्माण होते रहे परंतु नगर पंचायत के वोट के सौदागर मूकदर्शक बने रहे। उस समय के नगर पंचायत के कर्णधारो को होश क्यों नहीं आया, यह एक सोचनीय बिंदु है, और जांच का विषय भी है। जो कि नालों पर मकान बनते रहे। सवाल यह उठता है कि अगर कहीं कुछ प्रलोभन नहीं था, तो इन जल निकासी के रास्तों पर कैसे मकान बनाने दिए गए। नगर पंचायत के जनप्रतिनिधियों से पूछा जाता हैं, तो उनका जवाब यही होता है कि यह नाले अंदर से साफ है, पानी निकल रहा है। लेकिन क्या जल निकासी के नाले पर मकान बनाने का कोई औचित्य है।
क्षेत्र के कुछ लोगों द्वारा इस संदर्भ में शासन प्रशासन को अवगत भी कराया गया, परंतु बछरावां नगर पंचायत के जिम्मेदार उसमें लीपापोती करने में संलग्न है। इसका खामियाजा कूटी मोहल्ले सहित बछरावां की एक तिहाई जनता भुगत रही हैं। लगभग यही दशा नगर पंचायत की प्रत्येक जल निकासी के रास्तों की है, जो पानी शिवगढ़ मार्ग से होकर गुजरता था, वह विभिन्न तालाबों से होता हुआ अस्पताल कॉलोनी के पीछे वाले तालाब में पहुंचता था, वहां से मौजूदा समय के पटेल नगर से होता हुआ रेलवे लाइन पार करता था। लगभग सभी तालाब पाट दिए गए और उन पर मकान खड़े हो गए। नगर पंचायत की लगभग एक तिहाई आबादी जलमग्न है, लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर चुका है, घर ग्रहस्थी नष्ट हो रही है, परंतु इस पीड़ा को सुनने वाला कोई जिम्मेदार नहीं है। यह दीगर बात है कि चुनाव के समय प्रत्याशियों द्वारा बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं, परंतु हकीकत में जनता की समस्याओं का कोई निदान नहीं हो रहा है।
लखनऊ मार्ग पर जल निकासी के नाले के ऊपर खड़ी बहु मंजिला इमारत में एच डी एफ सी बैंक सहित अन्य कई कार्यालय चल रहे हैं, जनता परेशान हो रही है, मकान मालिक लाखों रुपए किराए के रूप में कमा रहा है। इस संदर्भ में जब नगर पंचायत से जन सूचना अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी मांगी गई तो उन्होंने भी स्वीकार किया कि इस बिल्डिंग के नीचे नाला मौजूद है। परंतु कार्यवाही के नाम पर ढाक के तीन पात नजर आ रहे हैं।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा