गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और बृहस्पति देव का माना गया है। भगवान विष्णु का ही अंग बृहस्पति हैं और बृहस्पति की पूजा से मनुष्य को मनचाहा जीवनसाथी, नौकरी, संतान और धन की प्राप्ति होती है। इसलिए गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा के साथ केले के वृक्ष की पूजा करें और व्रत रखें। साथ ही जीवन में सुख, समृद्धि व खुशहाली के लिए गुरुवार को कुछ खास उपाय कर लें तो आपकी सारी ही समस्या दूर हो जाएगी।
यदि आपके विवाह में देरी हो रही है या रिश्ते की बात नहीं बन पाती तो आपको गुरुवार के दिन भगवान विष्णु का व्रत करना चाहिए और केले के पेड़ की पूजा भी करनी चाहिए। इस दिन पीले वस्त्र पहनें और पीली चीजों का दान करें। साथ ही फलहार में भी पीली ही चीज खाएं। बस इस दिन केले का सेवन न करें। भगवान विष्णु को बेसन के लड्डू या हलवे का भोग लगाएं और बृहस्पति देव के 108 नामों का जाप करें। ऐसा करने से आपके विवाह के योग प्रबल हो जाएंगे।
यदि आप धन संकट से जूझ रहे या घर में धन आते ही चला जाता है तो आपको गुरुवार व्रत-पूजन के साथ ही इस दिन कुछ चीजों का खास ध्यान देना होगा। इस दिन नाखून न काटें, बाल या कपड़े न धुलें। कोशिश करें कि इस दिन पीली चीजों का दान करें और गाय को केला या हल्दी लगी रोटी खिलाएं।
यदि आपकी तमाम मेहनत के बाद भी आपको मनचाही नौकरी या प्रमोशन नहीं मिल रहा तो आपको गुरुवार के दिन जरूरतमंदों को पीली चीजों का दान करना होगा। पीली दाल, पीली धातु, पीले वस्त्र या फल कुछ भी आप अपनी श्रद्धा से दान में दें। ऐसा कम से कम तीन महीने हर गुरुवार करें और गुरुवार की पूजा और बृहस्पति कथा का पाठ करें।
अगर व्यवसाय में बरकत नहीं है तो गुरुवार के दिन भगवान विष्णु, देवी लक्ष्मी जी के साथ ही बृहस्पति देव की पूजा करें। केले के पेड़ में जल चढ़ाएं और पीले वस्त्र पहनें। गुरुवार के दिन किसी भी गरीब को एक समय का भरपेट भोजन कराएं या कच्चा खाना दान करें। ऐसा करने से आपके व्यवसाय में बरकत होगी।
यदि आप संतान सुख से वंचित हैं तो आपको भगवान बृहस्पति की पूजा और व्रत करना चाहिए। सुबह उठ कर सूर्य देव को जल दें और इसके बाद गणपति जी की पूजा कर सीधे केले के पेड़ में जल दें और वहीं बैठकर पूजा करें। चने की दाल, गुड़ और केला वृक्ष में चढ़ाएं और पूजा के बाद इस प्रसाद को बांट दें। इसके बाद वहीं बैठकर बृहस्पति कथा का पाठ करें। आपको संतान की प्राप्ति जरूर होगी।