मॉस्को: ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान रूस के साथ एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी संधि पर हस्ताक्षर करने के लिए शुक्रवार को मॉस्को पहुंचे। क्रेमलिन की दीवार के पास गुमनाम सैनिकों के स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित करने के बाद पेजेशकियान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत के लिए क्रेमलिन (रूस का राष्ट्रपति कार्यालय) पहुंचे। यह जुलाई 2024 में पेजेशकियान के ईरान के राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने के बाद पुतिन के साथ उनकी तीसरी बैठक है।
व्यापक रणनीतिक साझेदारी संधि पर होंगे दस्तखत
क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि पुतिन और मसूद पेजेशकियान जिस ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी संधि’ पर दस्तखत करेंगे, उसमें व्यापार और सैन्य सहयोग से लेकर विज्ञान, शिक्षा और संस्कृति तक सभी क्षेत्र शामिल हैं। दोनों नेता इस संधि पर ऐसे समय में हस्ताक्षर करने जा रहे हैं, जब डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाले हैं। ट्रंप ने यूक्रेन में शांति कायम करने और ईरान के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का वादा किया है, जो आर्थिक पक्ष पर चुनौतियों के साथ ही पश्चिम एशिया में अपने दबदबे वाले क्षेत्रों में सैन्य असफलताओं से जूझ रहा है।
ट्रंप के शपथ समारोह से संबंध नहीं
क्रेमलिन के प्रवक्ता पेस्कोव के मुताबिक, पुतिन ने बातचीत के लिए पहुंचे पेजेशकियान का स्वागत करते हुए कहा कि “नई संधि आपसी सहयोग के सभी क्षेत्रों को व्यावहारिक रूप से अतिरिक्त प्रोत्साहन देगी।” वहीं, पेजेशकियान ने रूस-ईरान संबंधों के “रणनीतिक महत्व” पर जोर दिया और कहा कि यह संधि ‘भविष्य के कदमों के लिए मजबूत नींव’ प्रदान करेगी। दमित्री पेस्कोव ने ट्रंप के शपथ समारोह और संधि पर हस्ताक्षर के समय के बीच कोई संबंध होने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि संधि पर हस्ताक्षर का कार्यक्रम बहुत पहले ही तय कर लिया गया था।
मजबूत हुए हैं रूस और ईरान के रिश्ते
फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद रूस और ईरान के रिश्ते मजबूत हुए हैं। यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने ईरान पर रूस को यूक्रेन के खिलाफ इस्तेमाल के लिए सैकड़ों ड्रोन उपलब्ध करने का आरोप लगाया है। हालांकि, दोनों देशों ने इन आरोपों को खारिज किया है।