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मोहन मरकाम और भाजपा के पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री मंच पर मौजूद, किए ये बड़े खुलासे

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर (Raipur) में आज के सबसे लोकप्रिय कार्यक्रम मंथन 2023 का शानदार आगाज हुआ। एक दिन के इस कार्यक्रम में जाने-माने नेता मंच पर मौजूद रहे। कार्यक्रम के पहले सेशन में मानक गुप्ता के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और भाजपा के पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री रामविचार मंच पर रहे।

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इस दौरान उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति, योजनाओं और सरकार की उपलब्धियों पर बात की। वहीं भाजपा के नेता रामवितचार नेताम ने मौजूदा सरकार और आगामी चुनाव को लेकर कई मुद्दों का खुलासा किया। साथ ही मंचासीन नेताओं का स्वागत किया। मानक गुप्ता ने कहा कि पिछले छह-आठ महीनों में छत्तीसगढ़ की राजधानी में धीरे-धीरे गर्मी बढ़ी है।

कई नए मुद्दे उठे हैं, जो देश की राजधानी से बिल्कुल अलग हैं। जैसे, आरक्षण का मुद्दा, ओपीएस का मुद्दा, धर्मांतरण का मुद्दा। मंथन के पहले सेक्शन में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम से मानक गुप्ता की ओर से प्रदेश और केंद्र की राजनीति के बारे में सवाल किया गया।

पहला सवाल कांग्रेस के मोहन मरकाम सेः यहां (छत्तीसगढ़) सरकार बदलने की परंपरा हर 5 साल में नहीं है, तो क्या आपको ज्यादा उम्मीद बंधी है कि भाजपा ने तीन बार राज किया, तो हम भी दूसरी बार कोशिश कर सकते हैं?

मोहन मरकाम का जवाबः वर्ष 2018 के चुनाव में छत्तीसगढ़ की जनता ने 68 सीटों के साथ कांग्रेस पार्टी को जनादेश दिया। कांग्रेस पार्टी को भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार बनाने का मौका दिया। सरकार बनाने के बाद हम एक मिशन, एक विजन लेकर चले। एक नई छत्तीसगढ़ की परिकल्पना के साथ सरकार आगे बढ़ी। छत्तीसगढ़ में शांति सुरक्षा और विकास के एजेंडे पर हमारी सरकार चली।

चार साल की सरकार में हमने जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास किया। राज्य बनने के बाद हम देखते हैं कि छत्तीसगढ़ की गौरवशाली परंपरा और रीति-नीतियों को आगे बढ़ाने का काम किया। किसी भी क्षेत्र की पहचान उस क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषाओं, बोलियों और रीति-रिवाजों से होती है। 2018 में जिन उद्देश्यों को लेकर सरकार बनी थी, हमने उन्हें पूरा किया। हमारे मेनिफेस्टो में जो जो कहा गया था, उसे धरातल पर उतारा गया।

हमारे मुख्यमंत्री ने 17 दिसंबर को शपथ ग्रहण के बाद मंत्रालय में जाते ही छत्तीसगढ़ के 19 लाख किसानों का लगभग 10 हजार करोड़ रुपये का कर्जा माफ किया। उन्होंने दावा किया कि हमारी सरकार देश की पहली ऐसी सरकार है, जो किसानों का ख्याल रखती है। पहले किसानी का काम घाटे का होता था, लेकिन भूपेश बघेल की सरकार में किसानी का काम मुनाफे का काम होने लगा।

हमें उम्मीद है कि 2023 राज्य विधानसभा चुनाव और 2024 लोकसभा चुनाव में हम जनता के बीच इन्हीं मुद्दों को लेकर जाएंगे। छत्तीसगढ़ की जनता हमें और हमारी पार्टी को पूर्ण जनादेश देगी।

सवालः आप के नेता तो कह रहे हैं कि 2023 में 90 की 90 सीटें और 2024 में लोकसभा की सभी सीटें भी हम ही जीतेंगे?

जवाबः हम हर विधानसभा और हर लोकसभा सीट पर उसी तैयारी के साथ आगे बढ़ रहे हैं। हमने आज से दो साल पहले से ही चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। 23,724 बूथों से लेकर ऊपर तक के स्तर तक सभी कार्यकारिणियां बन चुकी हैं। हमें अच्छा जनादेश मिलेगा।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के बाद भाजपा के कद्दावर नेता रामविचार नेताम से प्रदेश के मुद्दों को लेकर बात की गई। मौजूदा सरकार के दावों और भाजपा की आगामी चुनाव में रणनीति को लेकर रामविचार नेताम ने खुलासा किया।

सवालः इनके (कांग्रेस) नेता कह रहे हैं कि 90 की 90 जीतेंगे, पहले 68 मिली थी, लेकिन इस बार कड़ी टक्कर देंगे?

जवाबः यह तो मुंगेरीलाल के हसीन सपने हैं। सपना देखना हर किसी का काम है। प्रदेश की जनता करहा रही है। आम जनता घुट रही है, लुट रही है। जनता चुपचाप लूट रही है। जंगल काट रहे हैं। नोट बंट रहे हैं। शासन अंधा और बहरा है। सिर्फ गरीबों पर पहरा है। यह स्थिति समूचा प्रदेश की है। बालू माफिया का राज है। नदियां पूरी नंगी हो गई हैं। जंगल पूरा साफ हो गया है। कोई जगह नहीं बची है।

शहर के बाहरी इलाके में सरकारी जमीनों पर पूरी तरह से अवैध कब्जा है। अवैध रूप से कारोबार हो रहे हैं। जुआ का अड्डा बना हुआ है। सरकारी ऐप की तरह माफिया के ऐप चल रहे हैं। यह आलम है कि आधा जेल में आधा बेल में और बाकी कुछ पैरोल में है।

सवालः पिछले विधानसभा चुनाव के बाद जो पांच उपचुनावों हुआ, उससे तो ये (कांग्रेस) 68 से बढ़कर 71 हो गए हैं। इतने सारे मुद्दे होते हैं तो उपचुनाव में क्यों हारे?

जवाबः उपचुनाव, जीतने का पैमाना नहीं है। सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर जनता का जो मिजाज है, उसके आधार पर अभी ठप्पा लगाया है। लेकिन ये जो बुलबुला है और लोगों का जो गुबार है, उससे 2023 के चुनाव में जनता उन्हें आईना दिखाएगी। तब पता चलेगा।

सवालः ये तो आरक्षण को बड़ा कर रहे हैं। 76% बढ़ा दिया है। इनका कहना है कि आप की राज्यपाल इसे हरी झंडी नहीं दे रही। देशभर में इसको मुद्दा बनाएंगे और छत्तीसगढ़ में इसकी शुरुआत हो गई है?

जवाबः इनके मुख्यमंत्री लोगों को जिस तरह से इमोशनल ब्लैकमेल करते हैं, प्रदेश की जनता इन सब बातों को समझती है। पहले भी इमोशनल ब्लैकमेल करने वालों का राज रहा है। उस चीज को भी सभी लोग देख चुके हैं।

सवालः हिमाचल में ओपीएस का मुद्दा चला है। छत्तीसगढ़ में यह मुद्दा चलेगा या नहीं? आप उसकी क्या काट निकालेंगे?

जवाबः 2023 के चुनाव में बहुत दिन नहीं बचे हैं। आप सब लोग भी तैयारी में हैं और हम भी तैयारी में हैं। होने दीजिए मुकाबला। उसके बाद देखेंगे।

सवालः आप इनका मुकाबला किस मुद्दे से करेंगे? इनका मुद्दा है ओपीसी, आरक्षण और पिछले 4 साल के अन्य काम।

जवाबः सरकार जो अपनी उपलब्धियां बता रही है, वही हमारे मुद्दे हैं। सरकार जहां विकास बता रही है, हम उसी विकास को खोजने के लिए निकल रहे हैं। सरकार गरीबों का भला करने की बात कर रही है, हम उसी को खोज रहे हैं। लोगों को यहां बरगलाया गया, ठगा गया है।

सवालः आप किसके चेहरे पर चुनाव लड़ेंगे? कांग्रेस का चेहरा तो भूपेश बघेल है। आपका चेहरा कौन होगा?

जवाबः भारतीय जनता पार्टी के पास चेहरों की कोई कमी नहीं है। बहुत सारे चेहरे हैं। और सबसे बड़ा चेहरा तो हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है।

सवालः कोई सीएम चेहरा सामने लाएंगे या नहीं?

जवाबः भारतीय जनता पार्टी का ‘कमल’ ही हमारा चेहरा है। बाकी संसदीय दल तय करेगा। जैसा सही होगा वैसा पर निर्णय लिया जाएगा।

सवालः इस बार आपका क्या दावा (सीटों को लेकर) है?

जवाबः हम कोई दवा नहीं करते। हम रिजल्ट पर काम करते हैं। भारतीय जनता पार्टी की स्पष्ट सरकार बनेगी, हमारा यही दावा है।

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