• जिले के सभी अस्पतालों को एण्टी स्नैक व एण्टी रेबीज वैक्सीन उपलब्ध कराने का निर्देश
वाराणसी। कुत्ता, सांप अथवा किसी अन्य जानवर के काटने, खरोंचने पर लगने वाला एंटी रेबीज इंजेक्शन अब जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में 24 घंटे लगेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने इस आशय का निर्देश जिले के सभी सरकारी अस्पतालों को देते हुए एआरवी (एण्टी रेबीज वैक्सीन) व एएसवी (एण्टी स्नैक वेनम) की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि श्री शिव प्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय-कबीरचौरा, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय पाण्डेयपुर, लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय रामनगर सहित जनपद के समस्त ब्लाक स्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं समस्त शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो के आकस्मिक कक्ष में एआरवी एवं एएसवी की वैक्सीन निःशुल्क 24 घंटे लगेगी। इसके लिए सभी सम्बन्धित चिकित्सा इकाई पर उक्त वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये है ताकि जरूरत पर नागरिक इसका लाभ उठा सकें। उन्होंने बताया कि जनसामान्य को इस व्यवस्था की जानकारी मिले इसके लिए सभी सरकारी अस्पतालों के आकस्मिक कक्ष के सामने वाल पेटिंग के जरिये ‘यहाँ पर एआरवी एवं एएसवी वैक्सीन की सुविधाएं 24 घंटे निःशुल्क उपलब्ध हैं।’की सूचना भी प्रसारित करने के लिए कहा गया है।
सीएमओ ने बताया कि रेबीज़, एक जानलेवा बीमारी है जोकि कुत्ते, बिल्ली, बंदर, छछूंदर, चूहों आदि जानवरों के काटने या खरोंचने के कारण होता है। काटने के बाद इसके लक्षण एक से तीन महीने में दिखाई देते हैं। अगर इसको शुरुआत में रोका न गया तो यह बेहद गंभीर साबित हो सकता है। उन्होने कहा कि जानवरों के काटने को तीन भागों में बांटा गया है। पहला जानवर का चाटना जो सामान्य है। दूसरा खरोंचना या पूर्व के घाव को चाटना और तीसरा दाँत गड़ाकर काटना। इस गंभीर स्थिति में 24 घंटे के अंदर पहला इंजेक्शन लगवाना चाहिए। इसके बाद तीसरे, सातवें और 28वें दिन भी टीकाकरण अनिवार्य रूप से करवाना चाहिए। जानवरों की लार से पनपे विषाणु से बचने के लिए यह चारों टीके (एंटी रेबीज़ टीकाकरण कोर्स) समय से लगवाना बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि एंटी रेबीज़ व सांप के काटने पर लगने वाला इंजेक्शन जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध है।
रिपोर्ट-संजय गुप्ता