ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए भारतीय रेलवे ने एक बड़ा बदलाव किया है। इंडियन रेलवे अब ट्रेन में मिलने वाले खाने में कुछ बदलाव करने की तैयारी में है। इस बदलाव से यात्रियों को अपना मनपसंद खाना मिल पाएगा।
दरअसल रेलवे जल्द ही नई कैटरिंग पॉलिसी लाने जा रहा है। इस पॉलिसी के तहत ट्रेन में क्लास के हिसाब से अलग-अलग खाना मिलेगा। नई कैटरिंग पॉलिसी में कॉम्बो मील्स को शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही खाने के न्यूनतम रेट 40 रुपये से लेकर 250 रुपये तक तय करने की तैयारी चल रही है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने बताया कि रेलवे इस दिशा में एक पॉलिसी बना रहा है। इस पॉलिसी को शीघ्र ही लागू किया जाएगा। इस पॉलिसी के तहत अगर किसी यात्री को 40-50 रुपये में खाना खाना है तो उसे पूरी-सब्जी, छोले भठूरे, राजमा चावल या कढ़ी चावल के ऑप्शन्स दिए जाएंगे।
वहीं अगर यात्रीगण पूरी थाली या खाने में ज्यादा वैरायटी चाहते हैं तो उसके लिए 200-250 रुपये तक लिए जाएंगे। दोनों ही खानों में क्वॉलिटी का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि कम पैसों में बहुत सारी वैरायटी नहीं दी जा सकती, इसलिए हर वर्ग का ध्यान रखकर इस तरह की पॉलिसी पर काम किया जा रहा है।
रेलवे का सीधा फोकस ई कैटरिंग या फ़ूड ऑन ऑर्डर सिस्टम को इम्प्लीमेंट करना है। रेलवे ई-कैटरिंग के विस्तार पर लगातार कदम बढ़ा रहा है जिसमें वेंडर्स जैसे डोमिनोज़ के साथ करार करना है तो वहीं ई-कैटरिंग सेवा है। उसका लक्ष्य लगभग हर स्टेशन, हर ट्रेन तक पहुंचना है। इसके साथ ही रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के मुताबिक 2022 तक 40 वंदे भारत ट्रेनों का प्रोडक्शन किया जाएगा। अभी यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच चल रही है।ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए भारतीय रेलवे ने एक बड़ा बदलाव किया है। इंडियन रेलवे अब ट्रेन में मिलने वाले खाने में कुछ बदलाव करने की तैयारी में है। इस बदलाव से यात्रियों को अपना मनपसंद खाना मिल पाएगा।
दरअसल रेलवे जल्द ही नई कैटरिंग पॉलिसी लाने जा रहा है। इस पॉलिसी के तहत ट्रेन में क्लास के हिसाब से अलग-अलग खाना मिलेगा। नई कैटरिंग पॉलिसी में कॉम्बो मील्स को शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही खाने के न्यूनतम रेट 40 रुपये से लेकर 250 रुपये तक तय करने की तैयारी चल रही है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने बताया कि रेलवे इस दिशा में एक पॉलिसी बना रहा है। इस पॉलिसी को शीघ्र ही लागू किया जाएगा। इस पॉलिसी के तहत अगर किसी यात्री को 40-50 रुपये में खाना खाना है तो उसे पूरी-सब्जी, छोले भठूरे, राजमा चावल या कढ़ी चावल के ऑप्शन्स दिए जाएंगे।
वहीं अगर यात्रीगण पूरी थाली या खाने में ज्यादा वैरायटी चाहते हैं तो उसके लिए 200-250 रुपये तक लिए जाएंगे। दोनों ही खानों में क्वॉलिटी का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि कम पैसों में बहुत सारी वैरायटी नहीं दी जा सकती, इसलिए हर वर्ग का ध्यान रखकर इस तरह की पॉलिसी पर काम किया जा रहा है।
रेलवे का सीधा फोकस ई कैटरिंग या फ़ूड ऑन ऑर्डर सिस्टम को इम्प्लीमेंट करना है। रेलवे ई-कैटरिंग के विस्तार पर लगातार कदम बढ़ा रहा है जिसमें वेंडर्स जैसे डोमिनोज़ के साथ करार करना है तो वहीं ई-कैटरिंग सेवा है। उसका लक्ष्य लगभग हर स्टेशन, हर ट्रेन तक पहुंचना है। इसके साथ ही रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के मुताबिक 2022 तक 40 वंदे भारत ट्रेनों का प्रोडक्शन किया जाएगा। अभी यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच चल रही है।