रायबरेली। बीते गुरुवार को जगदीशपुरम त्रिपुला चौराहे स्थित मढ़िया माता मंदिर प्रांगण में विशाल कवि सम्मेलन हुआ। नवरात्रि के अवसर पर कवि सम्मेलन का यह मंच सजाया गया। कवयित्री कालिंदी द्विवेदी ने माँ के वंदन से शुभारम्भ किया। कवि व शिक्षक पीएन मिश्र ने ‘ए माँ मेरी उनको सद्ज्ञान दे, जिनके चलते आज कश्मीर रो रहा।’ सुनाकर तालियाँ बटोरी।
संचालक नीरज पाण्डेय ने ‘माँ है जीती जागती स्वयं ममता की मूर्ति,माँ से बड़ा कोई भगवान नहीं होता है’ जैसी कविता से अप्रतिम प्रस्तुति दी। जमुना पाण्डेय अबोध ने ‘अगर योगी बाबा कुँवारे न होते, तो बसपा सपा वाले हारे न होते’ पढ़कर लोगों को गुदगुदाया। कवि शिवबहादुर ‘दिलबर’, उत्कर्ष ‘उत्तम’, डॉ पवन ‘अंगार’, रमाशंकर पाठक आदि ने अपनी रचनाओं से महफ़िल जीत ली। आयोजक मण्डल ने सभी को सम्मानित कर आभार व्यक्त किया। इस मौके पर आयोजक अभिषेक मिश्र, बबलू दीक्षित, अविनाश मिश्र, प्रवीण मिश्र, रोहित मिश्र आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा