भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए मध्यप्रदेश की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इनमें एमपी की शेष पांचों सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान हो गया है। इंदौर से शंकर लालवानी और उज्जैन से अनिल फिरोजिया को फिर से मौका दिया गया है। छिंदवाड़ा से विवेक बंटी साहू, बालाघाट से भारती पारधी और धार से सावित्री ठाकुर को मैदान में उतारा गया है। पहले की तरह दूसरी लिस्ट में भी पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के करीबियों को फिर से मौका दिया गया है।
शिवराज की मदद से लालवानी की राह हुई आसान
दूसरी सूची में भाजपा ने दो सांसदों को फिर से मौका दिया है। इंदौर से फिर शंकर लालवानी और उज्जैन से अनिल फिरोजिया को टिकट दिया है। सूत्रों का कहना है कि लालवानी को फिर से टिकट दिलवाने में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अहम भूमिका रही है। चौहान ने ही हाईकमान के सामने लालवानी के नाम का समर्थन किया। केंद्रीय चुनाव समिति के पहले दोनों नेताओं की दिल्ली में एक बैठक हुई थी। चौहान के जरिए ही लालवानी ने दिल्ली में संगठन के बड़े नेताओं से मुलाकात की और पक्ष रखा। इसके अलावा लालवानी ने हाल ही में हुए सीएम मोहन यादव के प्रवास के दौरान भी उनसे भी एयरपोर्ट में एकांत में मुलाकात कर अपनी बात विस्तार रखी। इंदौर से प्रत्याशी लालवानी पूर्व में एक बार भाजपा नगर अध्यक्ष, एक बार आईडीए अध्यक्ष और एक बार नगर निगम सभापति और तीन बार पार्षद रह चुके है।
दिल्ली में डटे रहे फिरोजिया, शाह से की थी मुलाकात
उज्जैन में सीएम डॉ. मोहन यादव के विरोध के बावजूद पार्टी नेतृत्व ने अनिल फिरोजिया पर फिर से भरोसा जताया है। सूत्रों का कहना है कि, उज्जैन सीएम मोहन यादव का गृह क्षेत्र है। वे यहां से अपने समर्थक को लोकसभा का चुनाव लड़वाना चाहते थे। पैनल में भी सीएम के समर्थक प्रभु लाल जाटव की बहू रानी जाटवा के नाम की पहले नंबर था। जबकि वर्तमान सांसद फिरोजिया का दूसरे नंबर पर। पहली लिस्ट में उज्जैन सीट के उम्मीदवार नहीं घोषित होने के बाद फिरोजिया राजधानी दिल्ली में डटे रहे। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष से मुलाकात की। फिरोजिया ने दोनों नेताओं के समक्ष अपना पक्ष मजबूती के साथ रखा। इसके अलावा कई केंद्रीय मंत्रियों के जरिए भी हाईकमान तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास किया। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी फिरोजिया की पैरवी की। फिरोजिया बजरंग दल के नगर संयोजक से लेकर जिला और मध्य भारत के प्रांत उपाध्यक्ष रह चुके है। भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष,जिला अध्यक्ष, प्रदेश मंत्री, प्रदेश उपाध्यक्ष के साथ एक बार विधायक भी रह चुके है।